एक साल में आरएसएस की 337 शाखाएं बढ़ी

अहमदाबाद। गुजरात में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शाखाओं में वृद्धि हुई है। करीब एक साल में ही 337 शाखाएं बढ़ी हैं। वर्ष 2022 में 1334 शाखाएं चल रही थीं वहीं अब इसकी संख्या 1671 हो गईं हैं।

आरएसएस के गुजरात प्रांत के संघचालक डॉ. भरत पटेल ने बताया कि गुजरात में एक वर्ष में 337 शाखाएं बढ़ी हैं। साथ ही गुजरात प्रांत में स्थानों की संख्या भी बढ़ी हैं। 2022 में 576 स्थान के मुकाबले 2023 में 706 स्थान हो गए। इस तरह 130 स्थानों की वृद्धि हुई है।

इसी प्रकार 2022 में साप्ताहिक मिलन 338 स्थानों पर होता था, वहीं 2023 में इसमें भी बढ़ोतरी हुई और इसके साथ ही यह संख्या 1182 पर पहुंच गई।

जानकारी के अनुसार 12 से 14 मार्च तक हरियाणा के पानीपत स्थित समालखा में आरएसएस की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक हुई थी जिसमें आरएसएस के सर संघचालक मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले उपस्थित थे। प्रतिनिधि सभा ने आत्मनिर्भर राष्ट्र को फिर से स्थापित करने का संकल्प विषय पर चर्चा के बाद सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया।

गुजरात की कई दिवंगत हस्तियों को श्रद्धांजलि दी गई। इनमें इला भट्ट, योगेंद्र अलघ, मोहम्मद मांकड़, बालकृष्ण दोशी के अलावा हीराबा मोदी व हरेश भट्ट शामिल हैं।

देशभर में बढ़ी 8534 शाखाएं

2023 में देशभर में 8534 शाखाएं बढ़ी हैं। 2022 में 60117 के मुकाबले 2023 में शाखाओं की संख्या 68651 हो गई हैं। 2022 में 37903 के मुकाबले 2023 में 42613 स्थान पर संघ का कार्य है। 2022 में साप्ताहिक मिलन 20826 के मुकाबले 2023 में 26877 स्थान पर होता है। 2022 में संघ की 7980 मासिक मंडली की जगह पर 2023 में यह संख्या 10412 पहुंची।

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