ख्रीस्त राजा पर्व के अवसर पर ख्रीस्तीय विश्वासियों का परंपरागत जुलूस निकला

रांची  : ख्रीस्त राजा पर्व के अवसर पर ख्रीस्तीय विश्वासियों का परंपरागत जुलूस संत मेरिज महागिरजा से पवित्र साक्रमेंत को लेकर सजाए हुए वाहन पर श्रद्धेय फादर अजीत कुमार खेस प्रोविंशियल येसु समाजी, रांची पल्ली पुरोहित आनंद डेविड खलखो और अन्य सहायक पुरोहितों की अगुवाई में शुरू किया गया। कुम्हारटोली के स्वयं सेवकों ने इस कार्य में विशेष योगदान दिया। इस जुलूस के पंक्ति में क्रमशः महिला संघ के झंडो को उठाए हुए तीस महिला स्वयंसेवक और साथ में युवा संघ के ज्योति धारक शामिल थे। रांची पल्ली के तरफ से जुलूस में गीत और संगीत के संचालन में चुनवाटोली की मुख्य कॉयर दल अपने मधुर धार्मिक गानों के साथ जुलूस की शोभा बढ़ा रही थी।

जुलूस में रांची पल्ली के सभी 16 यूनिटों के अलावे लालपुर , डोरंडा , कोकर, हरमू, सामलोंग, हेसाग, भीठा, आरा गेट, और कांके पल्ली के हजारों हजार की संख्या में लोग अपनी अपनी संगीत और प्रार्थना के साथ सम्मिलित हुए । कुछ युवा और टोला वाले धार्मिक संगीतों पर थिरकते हुए जुलूस में भाग लिया और बीच बीच में ख्रीस्त हमारा राजा है का नारा लगाया।

विदित हो कि इस तरह की परंपरागत जुलूस आज के दिन पूरी दुनिया में अच्छी खासी संख्या में काथलिक समुदाय के द्वारा सन 1925 से संत पापा पियूष ग्यारह के आहूत करने पर उनके समय से निकाला जाता है। पवित्र साक्रामेंत जीवित येसु का द्योतक है। जो उनकी आज्ञा का पालन करते है वे स्वर्ग राज्य के योग्य बन जाते हैं। येसु की आज्ञा है कि हम अपने ईश्वर को सारे हृदय, आत्मा और बुद्धि से प्यार करें और अपने पड़ोसी को अपने समान प्यार करें। जुलूस में लगभग 25000 लोग शामिल हुए जो लोयोला मैदान में प्रार्थना सभा के साथ संपन्न हुवा, जिसकी अगुवाई अस्वस्थ होने के बाद भी महा धर्माध्यक्ष फेलिक्स टोप्पो के द्वारा किया गया। रांची पल्ली के सहायक पुरोहित फादर अंजलुस के द्वारा उपदेश दिया गया। जिसमे उन्होंने कहा कि येसु सभी राजाओं में महान हैं। जो न्याय और प्रजा की भलाई के लिए सदा तत्पर रहते हैं। थके मांदे लोग मेरे पास आओ मैं तुम्हे विश्राम दूंगा। प्रार्थना आराधना और आशीष के साथ संपन्न हुवा। पवित्र साक्रामेंत को पुनः संत मारिया महागिर्जा में भक्तिपूर्वक वापस स्थापित कर दिया गया।

admin: