Hazaribagh। गोंदलपुरा खनन परियोजना के तहत अदाणी फॉउंडेशन ने तीसरे चरण के तहत गोद लिए 80 टीबी मरीजों के बीच बुधवार को निःशुल्क पोषण किट वितरित किया। बड़कागांव स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान अदाणी फाउंडेशन की ओर से वितरित किए गए प्रत्येक किट में च्वयनप्राश, अरहर दाल, चना, गुड़, हरा मूंग, सरसों तेल और हॉर्लिक्स जैसी आहार सामग्रियां शामिल हैं।
प्रधानमंत्री निक्षय पोषण योजना के तहत छह महीने के ईलाज के दौरान रोगियों को हर माह पोषक आहार प्रदान किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान मौजूद लोगों ने देश को टीबी मुक्त बनाने की भी शपथ ली। सबने एक स्वर में कहा कि अपने मोहल्ले, गांव और शहर को टीबी मुक्त बनाना है।
इस अवसर पर बड़कागांव स्थित सामुदायिक चिकित्सा केंद्र के प्रभारी डॉक्टर अविनाश कुमार ने कहा, “अदाणी फॉउंडेशन टीबी उन्मूलन के क्षेत्र में लगातार उत्कृष्ठ कार्य कर रहा है, जो प्रशंसनीय है। इसके अलावा अदाणी फॉउंडेशन द्वारा निःशुल्क एम्बुलेंस भी प्रदान किया गया है, जिससे ग्रामीणों को काफी लाभ मिल रहा है। हजारीबाग क्षेत्र के मरीजों के लिए आपात परिस्थिति में यह एम्बुलेंस सुविधा त्वरित रूप में उपलब्ध है।”
उन्होंने बताया कि अदाणी फॉउंडेशन की ओर से अब तक 130 टीबी के मरीजों को गोद लिया जा चुका है, जो अब स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं, नए 80 मरीजों को लगातार छह महीने तक पोषण आहार प्रदान किए जाएंगे। टीबी के ईलाज में अदाणी फॉउंडेशन द्वारा किए जा रहे प्रयासों से मरीजों को निःशुल्क पोषण आहार का लाभ मिल रहा है। यह नेक पहल प्रशंसनीय है।
कार्यक्रम के दौरान टीबी विभाग के ट्रेनिंग सुपरवाइजर दीपक कुमार ने बताया कि पोषण किट के आहारों की गुणवत्ता और मात्रा बढ़ाई गयी है। मरीजों से कहा गया कि दवा के अतिरिक्त जो पोषण आहार उन्हें मिल रहे हैं, उनका नियमित रूप से सेवन किया जाना चाहिए ताकि जल्द से जल्द टीबी को ठीक किया जा सके। अदाणी फॉउंडेशन के इस प्रयास से टीबी के मरीजों की संख्या में कमी आएगी और टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है। इसका समय पर उपचार करवा लिया जाए तो इससे हमेशा के लिए इससे छुटकारा मिल सकता है।