कानपुर। प्रयागराज में विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह रहे अधिवक्ता उमेश पाल की बीते दिनों दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसको लेकर अधिवक्ताओं में रोष व्याप्त हो गया और सोमवार को अधिवक्ताओं ने कचहरी में हड़ताल कर दी। अधिवक्ताओं ने मांग की कि आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाये और परिवार को 50 लाख रुपया का मुआवजा दिया जाये।
प्रयागराज में अधिवक्ता उमेश पाल के जघन्य हत्याकांड के विरोध में कानपुर कचहरी में अधिवक्ताओं ने हड़ताल की। अधिवक्ताओं ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर बार एसोसिएशन हॉल के बाहर प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अधिवक्ताओं ने एक सुर में प्रोटेक्शन को लागू करने के साथ ही अधिवक्ता एकता जिंदाबाद के नारे लगाए। इसके बाद अधिवक्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर तक विरोध मार्च निकाला। प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर अधिवक्ताओं ने मांग उठाई की कि सरकार अधिवक्ताओं के हित में प्रोटेक्शन की लंबित मांग को पूरा करे। उमेश पाल हत्याकांड को जिन भी लोगों ने अंजाम दिया, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। बार एसोसिएशन के महामंत्री अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि हत्याकांड में शामिल सभी लोगों को कड़ी सजा मिले। सरकारी नौकरी, परिवार को सुरक्षा और 50 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए। कानपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेश चंद्र त्रिपाठी ने कहा कि अधिवक्ताओं के साथ इस तरह के जघन्य अपराध अब आम बात हो गई है। सरकार अधिवक्ताओं की सुरक्षा की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है। अधिवक्ता लगातार प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने की मांग उठा रहे हैं, लेकिन इस दिशा में कोई कार्य नहीं कर रही है।