पलामू। विश्व एड्स दिवस पर जागरुकता के लिए पलामू जिले में शुक्रवार को कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसी कड़ी में फर्ज लक्षित हस्तक्षेप परियोजना, आईसीटीसी, एआरटी सदर हॉस्पिटल ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं श्रम एवं नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता को रेड रिबन लगाकर कार्यक्रम की शुरुआत की।
सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार एवं उपस्थित सभी स्वास्थ्यकर्मी को रेड रिबन लगाया गया। इसके पश्चात टेंपो स्टैंड में चालकों के बीच में एक जागरुकता अभियान चलाया गया। नामधारी महिला डिग्री कॉलेज के प्रांगण में एनएसएस एवं रेड रिबन क्लब के संयुक्त तत्वावधान से एचआईवी एड्स जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता योध सिंह नामधारी कॉलेज की सहायक अध्यापिका डॉक्टर मशरीक जहां एवं डाक्टर मिनी टुडू ने की।
मौके पर परियोजना प्रबंधक आलोक कुमार सिंह ने एचआईवी एड्स के बारे में जानकारी। परियोजना निदेशक स्वर्ण लता रंजन ने एचआईवी के मुख्य कारण के ऊपर प्रकाश डाला। एसटीआई काउंसलर तनुजा सिन्हा ने महिलाओं से संबंधित रोगों की जानकारी दी। सदर हॉस्पिटल के एआरटी डॉ स्नेहा ने बताया कि एचआईवी वायरस इफेक्ट होने से यह सुनिश्चित नहीं किया जा सकता है कि वह मरीज एड्स पीड़ित है जब तक कि वह किसी बीमारी की चपेट में नहीं आता है। इसलिए हम जो एचआईवी पीड़ित व्यक्ति हैं उन्हें पीएलएचआईवी कहते हैं। काउंसलर चंदन प्रभाकर ने एचआईवी संक्रमित आंकड़ों के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान कृष्णा मोहन शाही, उदय प्रसाद, अमित कुमार, ममता कुमारी, विकास तिवारी, राजिया नियाजी आदि मौजूद थे।