सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में वार्षिक क्रीड़ा महोत्सव -2024 का हुआ उद्घाटन

सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में वार्षिक क्रीड़ा महोत्सव -2024 का हुआ उद्घाटन

Ranchi : सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, धुर्वा, विद्यालय परिसर में दो दिवसीय वार्षिक क्रीड़ा महोत्सव – 2024 का भव्य उद्घाटन हुआ। इस वार्षिक कीड़ा महोत्सव-2024 में मुख्य अतिथि के रूप में प्रो० (डॉ०) तपन कुमार शांडिल्य कुलपति, डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी, रांची एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में मधुकांत पाठक, कोषाध्यक्ष, भारतीय एथलेटिक्स महासंघ सह महासचिव झारखंड ओलंपिक संघ उपस्थित थे। मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं अन्य गणमान्य अतिथियों की आगवानी झारखंड की पारंपरिक विधि से हुआ। समारोह का प्रारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। मुख्य अतिथि प्रो० (डॉ) तपन कुमार शांडिल्य के कर कमलों द्वारा खेल-ध्वज का ध्वजारोहण हुआ। तत्पश्चात मुख्य अतिथि ने वार्षिक क्रीड़ा महोत्सव – 2024 के विधिवत उद्घाटन की घोषणा की। खेल ज्योति का प्रज्वलन के बाद सभी सदनों के ध्वजवाहक भैया/बहन ने खेल भावना को निष्ठापूर्वक निभाने की शपथ ली। तत्पश्चात भैया-बहनों द्वारा अभिवादन संचलन हुआ।

सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में वार्षिक क्रीड़ा महोत्सव -2024 का हुआ उद्घाटन

जैसा की हमारी संस्कृति में हर शुभ कार्य का प्रारंभ गणेश जी की वंदना से होती है ताकि सारे कार्य निर्विघन संपन्न हो, इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए माध्यमिक खंड की बहनों द्वारा गीत-नृत्य गणेश वंदना की मनमोहक प्रस्तुति हुई। प्राथमिक खंड के भैया द्वारा खेल गतिविधि नृत्य के माध्यम से दर्शाया गया। माध्यमिक खंड की बहनों द्वारा गीत ‘गिर कर उठना’ ने हम सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम की भूमिका रखते हुए विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति, शिशु विकास मंदिर समिति (झारखंड) के मंत्री अखिलेश्वर नाथ मिश्र ने कहा कि सन 1970 में इस विद्यालय की स्थापना हुई । विद्यालय में 2700 भैया-बहन संस्कारमय वातावरण में आधुनिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, धुर्वा वृहद परिसर, विशाल सभागार एवं आधुनिक संसाधनों से युक्त भवन है ।

सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में वार्षिक क्रीड़ा महोत्सव -2024 का हुआ उद्घाटन

यहां वर्तमान में 140 भैया छात्रावास में अध्यनरत है । रांची के सभी क्षेत्र के भैया-बहनों के आवागमन की सुविधा हेतु बस की व्यवस्था है। उन्होंने आगे कहा कि खेल शिक्षा का एक अभिन्न अंग है। एक अच्छे खिलाड़ी बनने के लिए लगातार अभ्यास एवं प्रयास करना अति आवश्यक है। मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि ने विजेता भैया बहनों को मेडल एवं प्रमाण पत्र देखकर पुरस्कृत किया। इस समारोह में मनोज लकड़ा, कार्मिक निदेशक, एचईसी, प्रो. जेपी शर्मा, भौतिकी विभाग, डॉ० श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी, शिशु विकास मंदिर समिति के उपाध्यक्ष, प्रो० बी के जायसवाल, सहमंत्री डॉ धनेश्वर महतो, कोषाध्यक्ष एस वेंकट रमन, बलराम उपाध्याय, डॉ उमाशंकर शर्मा, लाल अशोक नाथ शाहदेव, अजय बैठा, योगेश्वर दुबे, रितेश झा, नर्मदेश्वर मिश्र, योगेश्वर दुबे, राजीव कुमार झा, मीना कुमारी, राकेश पाण्डेय, शुभश्री तिवारी, कुमरेंद्र झा, सुनील पाण्डेय, सभी आचार्य बंधु /भगिनी, कर्मचारी, भैया/बहन एवं अभिभावकगण मौजूद थे।

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