Ranchi : बैंक ऑफ़ इंडिया जो देश के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में से एक अग्रणी बैंक है, ने प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री रजनीश कर्नाटक के कर-कमलों से प्रधान कार्यालय, मुंबई में निदेशक मंडल की गरिमामयी उपस्थिति में अपने “नारी शक्ति बचत खाता” उत्पाद का शुभारंभ किया है। यह एक विशेष बचत बैंक उत्पाद है जिसका उद्देश्य स्वतंत्र आय स्रोत की 18 वर्ष और इससे अधिक आयु वर्ग की महिलाओं की वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करना है। इस बचत खाते को विशिष्ट सुविधाओं और विशेषताओं से समृद्ध करके पेश किया गया है, जैसे 100 लाख रुपये तक का उच्च व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा कवर, रियायती स्वास्थ्य बीमा और वेलनेस उत्पाद, गोल्ड और डायमंड बचत खाताधारकों के लिए आकर्षक छूट के साथ एवं प्लैटिनम बचत खाताधारकों के लिए मुफ्त लॉकर सुविधा, खुदरा ऋण पर ब्याज की रियायती दर, खुदरा ऋण पर प्रसंस्करण शुल्क की छूट, मुफ्त क्रेडिट कार्ड जारीकरण और पीओएस पर 5.00 लाख रुपये तक की उच्चतर उपयोग सीमा।
नारी शक्ति बचत खाते की संकल्पना, स्वतंत्र आय की कामकाजी महिलाओं के प्रयोग के अनुकूल, वित्तीय बचत के एक माध्यम के रूप में की गई है ताकि वे सही अर्थों में आत्मनिर्भर बनें और उच्चतर वित्तीय आजादी का अनुभव कर सकें। बैंक खोले गए प्रत्येक नए नारी शक्ति खाते के लिए सीएसआर निधि में 10 रुपये का योगदान करेगा और इस सीएसआर निधि का उपयोग वंचित महिलाओं / बालिकाओं के सामाजिक आर्थिक विकास के लिए किया जाएगा। नारी शक्ति बचत खाता हमारी सभी 5135 घरेलू शाखाओं और डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से भी खोला जा सकता है।
इस खास अवसर पर राँची आंचलिक कार्यालय में बैंक ऑफ़ इंडिया टांगर शाखा से ऋण प्राप्त कर सफल उद्यमी बनी श्रीमती मीना उराँव को मुख्य अतिथि के तौर आमंत्रित किया गया। आत्मनिर्भर बनने में बैंक के योगदान के प्रति उन्होंने आभार प्रकट करते हुए बीओआई नारी शक्ति बचत बैंक खाता योजना को हर महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण बताया। आंचलिक प्रबंधक श्री संजीव कुमार सिंह ने सभी से आह्वान करते हुए कहा कि यह योजना नारी सशक्तीकरण की दिशा में बैंक की ओर से एक अत्यंत महत्वपूर्ण पहल है। इसलिए हमें इस योजना से अधिक से अधिक महिलाओं को जोड़ने की आवश्यकता है। मौके पर श्री नरेंद्र कुमार दास, उप आंचलिक प्रबंधक, श्री सुनीत कुमार, उप आंचलिक प्रबंधक (व), महिला उद्यमी, श्री रुपेश कुमार, वरिष्ठ शाखा प्रबंधक, टांगर शाखा और आंचलिक कार्यालय के स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।