बैंक ऑफ़ इंडिया का चौथी तिमाही में लाभ 57 प्रतिशत बढ़कर 6,318 करोड़ रुपये हुआ

Mumbai: बैंक ऑफ़ इंडिया ने वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के लिए अपने परिणामों की घोषणा की जिसमें शुद्ध लाभ में 57 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 6,318 करोड़ रुपये हो गया जो वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में 1,350 करोड़ रुपये था। क्रमिक आधार पर तिमाही के लिए शुद्ध लाभ में वर्ष-दर-वर्ष सात प्रतिशत की वृद्धि हुई और वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में 1,350 करोड़ रुपये के मुकाबले वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही के लिए 1,439 करोड़ रुपये रहा। एसेट गुणवत्ता के मोर्चे पर, सकल एनपीए अनुपात में वर्ष-दर-वर्ष 233 बीपीएस की कमी आई और शुद्ध एनपीए अनुपात में वर्ष-दर-वर्ष 44 बीपीएस की कमी आयी।

वैश्विक कारोबार में सालाना आधार पर 11.65 प्रतिशत की वृद्धि हुई, वैश्विक जमा में सालाना आधार पर 10.21 प्रतिशत की वृद्धि हुई और वैश्विक अग्रिम में सालाना आधार पर 13.52 प्रतिशत की वृद्धि हुई। शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई), वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 5,463 करोड़ रुपये रही, जबकि वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में यह 5,595 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में 5,740 करोड़ रुपये थी। गैर-ब्याज आय, वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 1,193 करोड़ रुपये रही, जबकि वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में यह 1,432 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में 1,688 करोड़ रुपये थी।

31.03.2024 को बैंक का कुल पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीआरएआर) 16.96 प्रतिशत रहा जो मार्च 2023 में 16.28% था। 31.03.24 को सीईटी-1 अनुपात 14.24 प्रतिशत रहा। आरएएम अग्रिम, 15.55 प्रतिशत सालाना वृद्धि के साथ 2,74,477 करोड़ रुपये हो गये, जो मार्च 2024 में कुल अग्रिम का 55.74 प्रतिशत है। खुदरा ऋण, मार्च 2024 में 18.12 प्रतिशत सालाना वृद्धि के साथ 1,11,484 करोड़ रुपये हो गये। कृषि ऋण, मार्च 2024 में 16.69% सालाना वृद्धि के साथ 84,460 करोड़ रुपये हो गये। एमएसएमई ऋण, मार्च 2024 में 10.96 प्रतिशत सालाना वृद्धि के साथ 78,533 करोड़ रुपये हो गये। घरेलू कासा, मार्च 2023 में 2,52,149 करोड़ रुपये से 7.03 प्रतिशत सालाना वृद्धि के साथ मार्च 2024 में 2,69,872 करोड़ रुपये हो गया और कासा अनुपात 43.21 प्रतिशत रहा।

बैंक ने वित्त वर्ष 2024 के दौरान 17 लाख नये प्रधानमंत्री जनधन खाते खोले हैं। प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र अग्रिमों में 11.51 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यथा मार्च 2024 को एएनबीसी का 44.08 प्रतिशत है। 31 मार्च 2024 तक, बैंक की घरेलू शाखाओं की संख्या 5148 है। इसमें ग्रामीण: 1862 (36 प्रतिशत), अर्ध-शहरी : 1464 (29 प्रतिशत), शहरी : 830 (16 प्रतिशत), मेट्रो : 992 (19 प्रतिशत) शाखाएं शामिल हैं।

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