Khunti। इंडी गठबंधन में प्रत्याशी कालीचरण मुंडा ने मंगलवार को जिला निर्वाची पदाधिकारी के समक्ष अपना पर्चा दाखिल किया। नामांकन के बाद कांग्रेस और झामुमो कार्यकर्ताओं ने झंडा- बैनर के साथ समाहरणालय से सहकारिता मैदान तक रैली निकाली।
पतरा मैदान में इंडी गइबंधन के कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि भाजपा कभी आदिवासियों और मूलवासियों की भलाई नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि जब राज्य में भाजपा कीी सरकार थी, तो 11 लाख लोगोे के नाम राशन कार्ड से हटा दिए गए, लेकिन जब यहा महागठबंधन की सरकार बनी, तो 20 लाख लोगों के हरा राशन कार्ड़ दिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ झूठा आश्वासन देना जानती है। चम्पाई सोरेन ने कहा कि भाजपा मुद्दा विहीन है और चुनाव लड़ने मैदान में उतर आई है। उन्होंने कहा कि जंगल के बीच बसे गांव उलिहातू के वीर बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों की गुलामी की जंजीर को तोड़ा, अपने हक-अधिकार के लिए लड़ाई लड़ी, लेकिन भाजपा की सरकार आदिवासी-मूलवासी का हित करने के बजाय जंगल से जुड़ी हमारी सभ्यता और संस्कृति को खत्म करने में जुड़ी है। आदिवासियों को उनके खुंटकट्टी अधिकार से वंचित करने की कोशिश भाजपा की सरकार कर रही है, लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में मोदी का जुमला धोखा सबित हुआ। न खाते में 15 लाख आए और ना ही काला धन वापस आया। नौकरी देने का वादा भी पूरा नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि इस बार का जुमला मोदी की गारंटी है, जो कभी पूरा नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 के संसदीय चुनाव में गठबंधन के साथ धोखा हुआ था। इस बार सभी कार्यकर्ता सावधान रहें। सीएम ने कहा कि बिरसा की इस पावन धरती पर आज की चिलचिलाती धूप में बैठी भीड़ ही महागठबंधन की महाशक्ति है। सीएम ने जोर देकर कहा कि पिछली बार वर्ष 2019 के चुनाव में जनता को धोखा दिया गया। इस कारण इस बार पूरी सावधानी के साथ काम करना है।
आदिवासियों-मूलवासियों की आवाज दबाने के लिए हेमंत सोरेन को जेल में डाला: मीर
कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि देश के एकमात्र आदिवासी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, जो आदिवासियों और मूलवासियों के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ रहे थे, उनकी आवाज को दबाने के लिए उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेजा गया।
ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी से संविधान और लोकतंत्र को खतरा है। हमें इसे बचाना है और इसके लिए खूंटी लोकसभा सीट से इंडिया गठबंधन में कांग्रेस प्रत्याशी कालीचरण मुंडा का जीत दिलानी है। राज्य के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि भाजपा की सरकार सीएनटी एक्ट को खत्म करना चाहती थी। इसके विरोध में राज्य भर में आंदोलन हुआ और खूंटी में एक आंदोलनकारी शहीद भी हुआ। आंदोलन जारी रहा और भाजपा सीएनटी एक्ट में संशोधन नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि जल-जंगल-जमीन बचाने के लिए इंडिया गठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी को वोट देना है।
तबीयत खराब होने के बावजूद पहुंचे बिरसा मुंडा के परपोता सुखराम मुंडा
भगवान बिरसा मुंडा के परपोता सुखराम मुंडा की तबीयत खराब है। इसके बावजूद वे लाठी टेकते हुए इंडिया गठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी कालीचरण मुंडा के नामांकन के मौके पर पहुंचे। सीएम चम्पाई सोरेन ने मंच पर उन्हें सम्मानित किया।