झारखंड के नए मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक

Ranchi। झारखंड के नए मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन की अध्यक्षता में शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक हुई। कैबिनेट में फिलहाल उन्हें मिलाकर तीन मंत्री हैं। बैठक में विधानसभा का विशेष सत्र आहूत करने के फैसले पर मुहर लगी। साथ ही तीन प्रस्ताव पारित हुए। पूर्व निर्धारित नौ फरवरी से 29 फरवरी के बजट सत्र को विलोपित (रद्द) करने का निर्णय लिया गया। झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र पांच और छह फरवरी को बुलाया गया है। इसी दिन सत्ता पक्ष फ्लोर टेस्ट करेगा। राज्यपाल का अभिभाषण भी होगा। दूसरे दिन अभिभाषण पर वाद-विवाद होकर सत्र समाप्त होगा।

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने विधानसभा का विशेष सत्र पांच फरवरी से आहूत करने की मंजूरी दे दी है। सत्र की शुरूआत पांच फरवरी को पूर्वाह्न 11 बजे होगी। विशेष सत्र दो दिन पांच व छह फरवरी को होगा। पहले दिन चम्पाई सोरेन सरकार बहुमत साबित करेगी। इस संबंध में राजभवन सचिवालय की ओर से आदेश जारी कर दिया गया है। राजीव रंजन को महाधिवक्ता बनाया गया है। यह जानकारी कैबिनेट सचिव वंदना दादेल ने दी।

उल्लेखनीय है कि गठबंधन की सरकार 47 विधायकों का दावा कर रही है लेकिन कागज पर हस्ताक्षर 43 विधायकों के हैं। झारखंड विधानसभा 81 सीटों वाली है। बहुमत साबित करने के लिए सत्ता पक्ष को 41 विधायकों की जरूरत है।

कैबिनेट की बैठक खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने मीडिया कर्मियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि बड़ी जिम्मेदारी मिली है। पिछले चार सालों में जो कार्य हेमंत सरकार ने किए हैं, वो सराहनीय हैं। हेमंत सोरेन सरकार ने कोरोना में भी काम किया। आदिवासियों और मूलवासियों के लिए काम किया। सोरेन ने कहा कि आंदोलनकारियों के सपनों को मजबूत किया जाएगा। दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों में योजनाओं के लाभ से वंचित ग्रामीणों को हेमंत सोरेन द्वारा शुरू की गई योजना को और अधिक तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के किसानों, मजदूरों, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। कानून व्यवस्था बनाए रखी जाएगी। सभी क्षेत्रों पर ध्यान दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने मीडियाकर्मियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि आपके माध्यम से अपनी बात लोगों तक पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा कि झारखंड खनिज संपदा से परिपूर्ण राज्य है। जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए वर्षों तक संघर्ष हुआ। इसके बावजूद पार्टी के युवा सम्राट हेमंत सोरेन को फंसा कर सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की गई। अब सरकार अपने कामकाज के माध्यम से विरोधियों को आईना दिखाने का काम करेगी। साथ ही कहा कि हेमंत सोरेन न्याय की लड़ाई लड़ रहे है। वे निश्चित रूप से सफल होंगे और उन्हें न्याय मिलेगी।

राहुल गांधी की न्याय यात्रा में भी शामिल होने पाकुड़ गए चम्पाई

विधायकों के हैदराबाद जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें हैदराबाद भेजने में कोई दिक्कत नहीं। वे आनंद लेंगे और वापस आ जाएंगे। चम्पाई सोरेन राहुल गांधी की न्याय यात्रा में शामिल होने के लिए कैबिनेट की बैठक के बाद पाकुड़ निकल गए।

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