सिक्योरिटी बुलाओ और इन्हें बाहर निकालो… ये क्या नीट पेपर लीक पर सुनवाई के दौरान वकील-जज आपस में भिड़े

New Delhi : सुप्रीम कोर्ट में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) में कथित अनियमितताओं के मामले में सुनवाई चल रही है। वहीं, मंगलवार को सुनवाई के दौरान ऐसा कुछ हुआ जिससे हर कोई हैरान व हतप्रभ रह गया।

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई को बाधित करने की कोशिश कर रहे एक वकील को भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के गुस्से का शिकार होना पड़ा और सीजेआई ने वकील को फटकार लगाई।

नीट मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए एक अखिल भारतीय परीक्षा है। याचिकाकर्ताओं में से एक की ओर से पेश वकील मैथ्यूज नेदुम्पारा उस समय हस्तक्षेप कर रहे थे, जब एक याचिकाकर्ता का प्रतिनिधित्व कर रहे नरेंद्र हुडा भी पीठ को संबोधित कर रहे थे।

पीठ के एक सवाल का जवाब देते हुए नेदुम्पारा ने कहा – वो अदालत के समक्ष सभी वकीलों में सबसे वरिष्ठ हैं। मैं जवाब दे सकता हूं। मैं न्यायमित्र हूं। इस पर मुख्य न्यायाधीश ने जवाब दिया कि मैंने कोई एमिकस नियुक्त नहीं किया है। लेकिन सीजेआई के कहने पर भी वकील नेदुम्पारा नहीं रुके और कहा कि अगर आप मेरा सम्मान नहीं करोगे तो मैं चला जाऊंगा।

इस पर मुख्य न्यायाधीश की ओर से तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा – मिस्टर नेदुमपारा मैं आपको चेतावनी दे रहा हूं। आप गैलरी में बात नहीं करेंगे। मैं कोर्ट का प्रभारी हूं। सीजेआई ने कहा – सिक्योरिटी को बुलाओ और इसे यहां से हटाओ। इस पर वकील ने जवाब दिया कि मैं जा रहा हूं।

इस पर मुख्य न्यायाधीश ने कहा – आपको ऐसा कहने की जरूरत नहीं है, आप जा सकते हैं। मैंने पिछले 24 वर्षों से न्यायपालिका देखी है। मैं वकीलों को इस अदालत में प्रक्रिया तय करने की अनुमति नहीं दे सकता।

इसके बाद भी नेदुम्परा चुप नहीं हुए और कहा – मैंने इसे 1979 से देखा है। इसके बाद मुख्य न्यायाधीश ने उन्हें चेतावनी दी कि उन्हें निर्देश जारी करना होगा। सीजेआई ने कहा कि मुझे कुछ ऐसा जारी करना पड़ सकता है जो उचित नहीं है। आप किसी अन्य वकील को बाधित नहीं करेंगे। अंतत: वकील नेदुम्पारा कोर्ट रूम से चले गये।

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