टाइगर जगरनाथ महतो को पहली पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री ने श्रद्धांजलि दी

Bokaro। झारखंड टाइगर के नाम से विख्यात प्रदेश के पूर्व शिक्षा एवं मद्य निषेध मंत्री जगरनाथ महतो को उनकी पहली पुण्यतिथि पर शनिवार को मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने श्रद्धांजलि दी।

जगरनाथ महतो को श्रद्धांजलि देने के लिए लोग पहले उनके पैतृक गांव अलारगो पहुंचे। बीएड कॉलेज ग्राउंड में स्टेज बनाया गया था। वहां झारखंड टाइगर जगरनाथ महतो की बड़ी सी प्रतिमा लगी थी। यहां आने वाले लोगों ने पुष्पांजलि देकर उनको अपनी श्रद्धांजलि दी।

श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि झामुमो की सरकार ने गांव के गरीबों के लिए काम किया। हमने झारखंड के आदिवासी बच्चों को शिक्षित करना शुरू किया, ताकि वे अपने अधिकारों को समझें। आने वाले दिनों में वे खुद अपने झारखंड के मालिक बनें। हमारी सरकार की यह सोच है। उन्होंने कहा कि बेवजह झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जेल में डाल दिया। वे आदिवासियों-मूलवासियों के हित में काम कर रहे थे, इसलिए उन पर आरोप साबित हुए बगैर उन्हें जेल भेज दिया गया।

पूर्व विधायक योगेंद्र महतो ने कहा कि जगरनाथ महतो झारखंड के लोकप्रिय नेता थे। कोरोना काल में भी जनसेवा में लगे रहे और शहीद हो गए। उन्होंने कहा कि जगरनाथ के सपनों को हमारी सरकार पूरा कर रही है।

मंत्री बसंत सोरेन ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जगरनाथ महतो 1932 के खतियान के लिए लगातार लड़ते रहे। उन्होंने कहा कि श्रद्धांजलि सभा में आकर सिर्फ भाषण देने से काम नहीं होगा, उनके विचारों को आगे बढ़ाना होगा।

गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र से झामुमो उम्मीदवार मथुरा महतो ने भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री और हमारे नेता हेमंत सोरेन को फंसाया गया है। 21 अप्रैल को हमलोग रांची में जुटेंगे।

जगरनाथ महतो को श्रद्धांजलि देने के लिए हेमंत सोरेन की पत्नी और झामुमो नेता कल्पना सोरेन, सांसद महुआ माजी, विधायक सुदिव्य कुमार सोनू भी पहुंचे थे। गिरिडीह के वर्तमान सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी और बेरमो के पूर्व विधायक योगेश्वर महतो बाटुल ने भी जगरनाथ महतो को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

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