आइजोल (मिजोरम)। मिजोरम विधानसभा की 40 सीटों के आज हो रही है। मतगणना के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है। उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों, चर्च निकायों और सामाजिक संगठनों की अपील के बाद 01 दिसंबर को एक अधिसूचना के जरिए मतगणना को 3 दिसंबर से 4 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दिया था, क्योंकि यह ईसाइयों के लिए एक ”पवित्र दिन” है, जिसे स्थानीय लोग बेहद आस्था के साथ मनाते हैं। राज्य भर के सभी 13 मतगणना केंद्रों और 40 मतगणना हॉलों में सुबह 8 बजे गिनती शुरू होने की तयारी है।
सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती की जानी है। उसके बाद ईवीएम में डाले गए वोटों की गिनती की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि चार हजार से अधिक मतगणना कर्मी इसमें शामिल होंगे और 399 ईवीएम टेबल और 56 डाक मतपत्र टेबल होंगे। उल्लेखनीय है कि मिजोरम विधानसभा मतदान 7 नवंबर को शांतिपूर्ण ढंग से हुआ था, जिसमें 80 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया था। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अनुसार, इसमें 81.25 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने भाग लिया, जबकि पुरुष मतदाताओं ने 80.04 प्रतिशत मतदान किया। कुल मिलाकर, राज्य के कुल 8.52 लाख मतदाताओं में से 80.66 प्रतिशत ने 174 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग किया। राज्य के सभी 11 जिलों में सेरछिप जिले में सबसे अधिक 84.78 प्रतिशत मतदान हुआ, इसके बाद ममित जिले में 84.65 प्रतिशत, हनाथियाल जिले में 84.19 प्रतिशत और लुंगलेई जिले में 83.68 प्रतिशत मतदान हुआ था। 18 महिला उम्मीदवारों सहित कुल 174 उम्मीदवार मैदान में थे। सत्तारूढ़ मिज़ो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), मुख्य विपक्षी पार्टी ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) और कांग्रेस ने 40-40 सीटों पर चुनाव लड़ी। जबकि, भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) ने क्रमशः 23 और 4 सीटों पर अपनी किस्मत आज़माई। 27 स्वतंत्र उम्मीदवार भी थे। मिजोरम नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) और ज़ोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा होने की उम्मीद है।
उल्लेखनीय है कि 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनावों में, एमएनएफ ने 26 सीटें हासिल की थीं, और जेडपीएम ने 8 सीटें जीतीं, कांग्रेस को पीछे छोड़ दिया था। कांग्रेस ने 5 सीटें तथा भाजपा ने सिर्फ एक सीट हासिल की थी।