ऑनलाइन शॉपिंग के नाम पर साइबर अपराधी कर रहे ठगी

Hisar। पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा ने कहा है कि ऑनलाइन शॉपिंग ने खरीददारी को जहां आसान बना दिया है, वहीं, इसके कई खतरे भी हैं। इनमें सबसे बड़ा खतरा है साइबर फ्रॉड यानि ठगी का है। पुलिस अधीक्षक मोहित हांडा ने रविवार को कहा कि अमेजन, फ्लिपकार्ट समेत कई ई-कॉमर्स वेबसाइट में डिसकांउट आदि से जुड़े लिंक के मैसेज आते हैं। इन पर क्लिक करते ही आपकी सारी कमाई एक झटके में साफ हो जाती है।

इससे बचने के लिए कुछ सुझावों को अपनाकर ऑनलाइन फ्रॉड से बच सकते हैं। पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि कई बार नागरिकों को कॉल, टेक्स्ट मैसेज और ईमेल आएंगे, जिनमें ऑर्डर कन्फर्म या कैंसिल करने के लिए कहा जाएगा। इसके अलावा स्कैमर अकाउंट डिटेल्स मांगेगा या फिर गिफ्ट कार्ड खरीदने के लिए सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने के लिए कहा जाएगा। ऐसे लिंक पर बिल्कुल भी क्लिक नहीं करना चाहिए, न ही अपने बैंक खातों से जुड़ी कोई भी डिटेल्स शेयर करें।

उन्होंने कहा कि यदि किसी ने कोई सामान ऑडर नहीं किया है इसके बावजूद ऐसे लिंक आ रहे हैं तो अपना ई कॉमर्स अकाउंट खोलकर लॉग इन कर सकते हैं। ऑर्डर हिस्ट्री में केवल वही सामान आएंगे, जिन्हें आपने ऑर्डर किया है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि स्कैमर कई बार फेक वेबसाइट बनाते हैं, जिनमें वह कस्टमर केयर सपोर्ट देने की बात करते हैं।

कस्टमर इन फर्जी वेबसाइट के झांसे में आ जाते हैं और स्कैमर की स्कीम में फंस जाते हैं। यदि आपको प्रोडक्ट से जुड़ी कोई समस्या है या फिर किसी स्कीम से जुड़ी जानकारी चाहते हैं तो आप ई कॉमर्स वेबसाइट के हेल्प सेक्शन को विजिट करें। आप यदि सर्च इंजन इस्तेमाल करते हैं तो सोच समझकर इनका इस्तेमाल करें। कई बार सर्च इंजन के जरिए आप फर्जी वेबसाइट में जा सकते हैं, जिससे आगे मुसीबत में फंस सकते हैं।

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