प्रयागराज। माघ मेले के मुख्य स्नान पर्व, मौनी अमावस्या पर तीर्थराज प्रयाग में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा है। अब तक लाखों स्नानार्थी गंगा, यमुना और अंतःसलिला सरस्वती के पवित्र त्रिवेणी संगम में पूण्य की डुबकी लगा चुके हैं। प्रतिकूल मौसम के बावजूद संगम समेत 17 स्नान घाटों पर आधी रात के बाद ही स्नानार्थियों का झुंड उमड़ पड़ा और भोर होते ही डुबकी शुरू हो गई। स्नान के बाद श्रद्धालु गंगा पूजन कर दान आदि कर रहे हैं। मेला प्रशासन की तरफ से स्नान घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। महिला स्नानार्थियों को कपड़ा बदलने के लिए जगह-जगह चेंजिंग रुम बनाये गये हैं।
मेला क्षेत्र में कई संस्थाओं द्वारा जगह-जगह चाय और नाश्ते का भी वितरण हो रहा है। कई संतों ने स्नानार्थियों के भोजन हेतु भंडारे की भी व्यवस्था की है। जगह-जगह अन्नक्षेत्र चलाये जा रहे हैं। करीब 700 हेक्टेअर में बसा माघ मेला क्षेत्र शुक्रवार को दिन में ही श्रद्धालुओं से पूरी तरह पैक्ड हो गया था। पहले लोगों ने साधु-संतों और कल्पवासियों के शिविरों में आश्रय लिया लेकिन, भीड़ बढ़ने के बाद दूर-दूर से आए श्रद्धालु अपने परिवार समेत मेला क्षेत्र की सड़कों के किनारे ही डेरा डाले हुए थे।
देर रात मौसम का मिजाज बदला और गरज के साथ बरसात होने लगी। इससे श्रद्धालुओं की परेशानी बढ़ी, लेकिन उनकी आस्था प्रतिकूल मौसम पर भी भारी पड़ी और रात्रि के अंतिम प्रहर में श्रद्धालुओं का हुजूम संगम की तरफ कूंच करने लगा।
मौनी अमावस्या का योग आज सुबह प्रारम्भ हुआ और देर रात तक जारी रहेगा। ऐसे में घाटों पर स्नान का सिलसिला देर शाम तक चलता रहेगा। शनिवार के दिन अमावस्या पड़ने के कारण आज के स्नान का माहात्म्य भी बढ़ गया है। मेला प्रशासन का अनुमान है कि मौनी अमावस्या पर आज दो करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाएंगे। मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखते हुए मेला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। वरिष्ठ अधिकारी देर रात से ही मेला क्षेत्र में भ्रमण कर रहे हैं।