पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालय महिला खो-खो प्रतियोगिता का विजेता बना कीट विश्वविद्यालय भूवनेश्वर

पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालय महिला खो-खो प्रतियोगिता का विजेता बना कीट विश्वविद्यालय भूवनेश्वर

Hazaribagh : विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग की मेजबानी में आयोजित तीन दिवसीय पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालय महिला खो-खो प्रतियोगिता के विजेता का खिताब कीट विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर के नाम रहा। वहीं यूनिवर्सिटी ऑफ बर्दवान, पश्चिम बंगाल उपविजेता बना। तीसरे और चौथे स्थान पर क्रमशः उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर और हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग छत्तीसगढ़ की टीम रही।

बता दें कि भारतीय विश्वविद्यालय संघ के नियमों के अनुसार अंतर विश्वविद्यालय प्रतियोगिता का आयोजन पहले नॉकआउट पद्धति से और बाद में लीग पद्धति से किया जाता है। इसी के तहत उपरोक्त चारों विश्वविद्यालय दल अपने-अपने पुल में विजेता होकर लीग में प्रवेश प्राप्त किया। शनिवार को प्रतियोगिता के अंतिम दिन इन चारों विश्वविद्यालयों का एक दूसरे के साथ कुल 6 मैच खेले गए। सभी टीम को तीन मैच खेलने पड़े। कीट विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर ने अपने तीनों मैच जीतकर प्रतियोगिता जीत लिया। वहीं यूनिवर्सिटी आफ बर्दवान, पश्चिम बंगाल ने दो मैच जीत कर प्रतियोगिता का उपविजेता बना। उत्कल विश्वविद्यालय ने एक मैच जीत कर तीसरा स्थान जबकि लीग के तीनों मैच मे पराजित होने के कारण हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग को चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा।

समापन समारोह के मुख्य अतिथि सह आईजी पंकज कंबोज, विभावि कुलपति प्रोफेसर पवन कुमार पोद्दार एवं विशिष्ट अतिथि एनटीपीसी पकरी बरवाडीह के महाप्रबंधक फैज तैयब ने सभी विजेता दलों को ट्रॉफी और खिलाड़ियों को मेडल पहनाकर उनका सम्मानित किया। सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार कीट विश्वविद्यालय की पूजा अर्चना माझी को दिया गया। सर्वश्रेष्ठ आक्रांता, यूनिवर्सिटी ऑफ़ बर्दवान की सुष्मिता दास को तथा सर्वश्रेष्ठ रक्षक, कीट विश्वविद्यालय के कप्तान मगई माझी को प्राप्त हुआ।
बताते चलें कि समापन समारोह में सर्वप्रथम आयोजन सचिव सह विश्वविद्यालय के खेल निदेशक डॉ रखो हरि ने पूरे प्रतियोगिता का प्रतिवेदन पाठ किया। डॉ सुबोध कुमार सिंह, डॉ नीरज डांग, डॉ जॉनी रुफिना तिर्की, डॉ मृत्युंजय प्रसाद एवं शोधार्थी पुष्कर ने बड़ी ही रोचक अंदाज में कार्यक्रम का संचालन किया। छात्र कल्याण संकाय अध्यक्ष डॉ विकास कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रीय तिरंगा, भारतीय विश्वविद्यालय संघ का ध्वज तथा विश्वविद्यालय ध्वज का अवरोहण किया गया।

देश की बेटियां हर क्षेत्र में हो रहीं हैं अव्वल : पंकज कंबोज

पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालय महिला खो-खो प्रतियोगिता का विजेता बना कीट विश्वविद्यालय भूवनेश्वर

आयोजन के मुख्य अतिथि सह मुख्यालय में आईजी पंकज कंबोज ने कहा कि यहां तक पहुंचने में खिलाड़ियों को कड़ी मेहनत और तपस्या करनी पड़ी है। यह खेल ऊर्जा, फिटनेस, खेल कौशल और गति की कठिन परीक्षा लेता है। उन्होंने कहा कि यह देखकर अच्छा लग रहा है कि ग्रामीण पृष्ठभूमि की लड़कियां इस ऊंचाई पर आकर इस खेल को खेल रही है। इस प्रतियोगिता का आयोजन का स्तर इस बात से भी प्रमाणित होता है कि इसमें कई राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। उन्होंने चारों श्रेष्ठ विश्वविद्यालय दल के खिलाड़ियों को बधाई देते हुए उन्हें आगे के राष्ट्रीय प्रतियोगिता में सफलता के लिए शुभकामनाएं दी और कहा कि आज बेटियां हर क्षेत्र में खुद को केवल साबित ही नहीं कर रही है बल्कि देश को भी गौरवान्वित कर रही है।

विभावि खो-खो दल के खिलाड़ी भी किए जाएंगे पुरस्कृत : फैज तैयब

पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालय महिला खो-खो प्रतियोगिता का विजेता बना कीट विश्वविद्यालय भूवनेश्वर

ऐसे आयोजन में शरिक होकर मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। मैं पहली बार खो खो को इतने ऊंचे स्तर पर इतने करीब से देख रहा हूं। उक्त बातें प्रतियोगिता के विशिष्ट अतिथि सह एनटीपीसी पकरी बरवाडी के महाप्रबंधक फैज तैयब ने कही। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को बधाई दी और विनोबा भावे विश्वविद्यालय को शानदार आयोजन के लिए साधुवाद दिया। प्रतियोगिता में विनोबा भावे विश्वविद्यालय दल पांचवें स्थान पर रहने के कारण बेहतर खेल के बावजूद कोई पुरस्कार प्राप्त नहीं कर पाया। इसी पर महाप्रबंधक फैज तैयब ने घोषणा की कि विनोबा भावे विश्वविद्यालय खो-खो दल के सभी खिलाड़ियों को एनटीपीसी पकरी बरवाडीह की ओर से सम्मानित किया जाएगा।

इस प्रतियोगिता मे जीत खेल की, अनुशासन की और खो-खो की हुई है : कुलपति

पूर्वी क्षेत्र अंतर विश्वविद्यालय महिला खो-खो प्रतियोगिता का विजेता बना कीट विश्वविद्यालय भूवनेश्वर

समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर पवन कुमार पोद्दार ने बताया कि हार और जीत तो अंको का फेर है। सही अर्थ में जीत सभी दलों की और से इस प्रतियोगिता में भाग ले रही बेटियों की हुई है। अपने खेल और अनुशासन से बेटियों ने सबका दिल जीत लिया है। कुलपति ने प्रतियोगिता का संचालन कर रहे झारखंड रेफरी संगठन के सभी रेफरी की तारीफ की। उन्होंने बताया कि सभी मैच बहुत ही कुशलता से संचालित किए गए और खोखो संघ और भारतीय विश्वविद्यालय संघ के नियमों का पूरा ख्याल रखा गया । उन्होंने बताया कि पूरे प्रतियोगिता में रेफरी के विरुद्ध एक भी शिकायत प्राप्त नहीं हुए जो बताता है कि रेफरी कितने निष्पक्ष तरीके से मैच का संचालन किए। उन्होंने विभावि महिला खोखो दल के खिलाड़ी, प्रशिक्षक तथा प्रबंधक की प्रशंसा की। बताया कि प्रतियोगिता में दो मैच जीत कर अपनी बेटियों ने भी विश्वविद्यालय का मान बढ़ाया। प्रोफेसर पोद्दार ने कहा कि अब मैं बहुत ही भावुक हो रहा हूं। अब सारी बेटियां यहां से विदा लेगी। यह घर बहुत सुना सुना लगेगा।
कुलपति ने प्रतियोगिता के आयोजकों, प्रायोजकों, खिलाड़ियों रेफ्रियों के साथ-साथ सहयोग के लिए सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।

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