Ranchi। ईडी ने जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार जमीन कारोबारी शेखर कुशवाहा की रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद मंगलवार को पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश राजीव रंजन की कोर्ट में पेश किया। इसके बाद अदालत ने उसे 27 जून तक न्यायिक हिरासत में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार (जेल )भेज दिया।
इसे भी पढ़ें : जेपी नड्डा को मिली बड़ी जिम्मेदारी
इसे भी पढ़ें : विकास कच्छप झारखंड के पहले इंटरनेशनल मेडलिस्ट पहलवान बने
इससे पूर्व शेखर को ईडी अदालत से तीन बार रिमांड पर ले चुकी है। दो बार तीन -तीन दिन और एक बार चार दिन कुल 10 दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ कर चुकी है।
इसे भी पढ़ें : वन अधिकार अधिनियम के तहत लोगों को अधिकार देना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता : मुख्यमंत्री
इसे भी पढ़ें : Top 5 Best Actors In India 2024
उल्लेखनीय है कि ईडी ने जमीन घोटाला मामले में शेखर कुशवाहा को 12 जून को गिरफ्तार किया था। ईडी की जांच में यह बात सामने आयी थी कि शेखर कुशवाहा ने अपने सहयोगी प्रियरंजन सहाय, विपिन सिंह, इरशाद अंसारी, अफसर अली सहित अन्य के साथ मिलकर सरकारी कर्मी भानु प्रताप प्रसाद की मिलीभगत से 1971 का फर्जी डीड बनाया था।
इसे भी पढ़ें : T20 International में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बने रोहित शर्मा
इसे भी पढ़ें : नए मतदान केंद्रों की आवश्यकता सूची DEO को उपलब्ध कराएं Political Party : के रवि कुमार
बड़गाईं अंचल के तत्कालीन अंचल राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप के साथ मिलकर उसने बरियातू की 4.83 एकड़ की जमीन के रैयत जितुआ भोक्ता का नाम बदल कर समरेंद्र चंद्र घोषाल के नाम की इंट्री कर गैरमजरूआ जमीन को समान्य खाते की जमीन में बदल दिया था।
इसे भी पढ़ें : 18वीं Loksabha का First Session शुरू, PM Modi सहित cabinet ने ली शपथ