जमशेदपुर। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि यह सरकार घर-घर पहुंच रही है। जनता की समस्याओं को पूरी संवेदनशीलता से सुन रही है और उसका समाधान कर रही है। उन्होंने कहा कि यह एक महाअभियान है, जिसके माध्यम से आपको पूरे मान-सम्मान के साथ आपका अधिकार देने सरकार आपके दरवाजे पर पहुंच रही है। आप अपनी जरूरत की योजनाओं से जुड़ें और खुद को सशक्त और स्वावलंबी बनाने के साथ राज्य के विकास में भागीदार बनें।
मुख्यमंत्री गुरुवार को पूर्वी सिंहभूम जिले के पोटका प्रखंड स्थित मानपुर पंचायत में आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार के तीसरे चरण के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पिछले दो दशकों के दौरान अधिकारी और जनता के बीच की दूरी कुछ ऐसी थी कि ग्रामीणों को अधिकारी से मिलने के लिए उनके दफ्तर का बार-बार चक्कर लगाना पड़ता था लेकिन आज स्थितियां बदल चुकी है। अब अधिकारी बड़ा हो या छोटा, वे आपके दरवाजे पर पहुंच रहे हैं और आपकी दुःख-तकलीफों को दूर करने के साथ आपको सरकार की योजनाओं से जोड़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सरकार गरीबों, जरूरतमंदों, आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों की सरकार है। इनके कल्याण और सशक्तिकरण के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। सरकार सभी वर्ग और तबके के जरूरत को ध्यान में रखकर न सिर्फ योजनाएं बना रही है, बल्कि उसे धरातल पर भी उतारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि यहां की बहुसंख्यक आबादी गांवों में रहती है और गांव की अर्थव्यवस्था किसानों-मजदूरों के इर्द-गिर्द घूमती है। ऐसे में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। क्योंकि, जब हमारा गांव मजबूत होगा, तभी राज्य भी सशक्त बनेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार हर गरीब और जरूरतमंद को रोटी, कपड़ा और मकान के साथ पेंशन के तौर पर सामाजिक सुरक्षा दे रही है। हमारी सरकार ने 20 लाख अतिरिक्त हरा राशन स्वीकृत कर उन्हें अनाज दे रही है। सोना-सोबरन धोती साड़ी योजना के तहत गरीबों को वर्ष में दो बार मात्र 10 रुपये में धोती या लूंगी तथा साड़ी उपलब्ध करा रही है। अब हमारी सरकार ने 8 लाख गरीबों के अपने आशियाना के सपने को पूरा करेगी। इसके लिए अबुआ आवास योजना शुरू की गई है। यूनिवर्सल पेंशन स्कीम के माध्यम से हर बुजुर्ग, विधवा और दिव्यांगों को पेंशन मिल रहा है। सबसे बड़ी बात है कि महीना शुरू होने के पहले ही पेंशन की राशि उनके खाते में डाल दी जाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार कार्यक्रम का पहला चरण वर्ष 2021 और दूसरा चरण वर्ष 2022 में आयोजित हुआ था। इन दोनों चरणों में लगभग 80 लाख आवेदन मिले थे। इन आवेदनों का जब आकलन किया गया तो हकीकत सामने आई। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के नौजवानों को रोजगार देने के लिए सरकार पूरी ताकत के साथ काम कर रही है अब तक सरकारी और निजी क्षेत्र में 60 हज़ार से ज्यादा युवाओं को नौकरी दे चुके हैं। अभी भी बड़े पैमाने पर विभिन्न पदों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो नौजवान व्यवसाय करना चाहते हैं, उनके लिए मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना है। इस योजना के माध्यम से व्यवसाय करने के लिए युवाओं को सरकार के द्वारा पूंजी उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए आपको किसी गारंटर की जरूरत नहीं होगी। सरकार आपकी गारंटर बनेगी। मुख्यमंत्री ने नौजवानों से कहा कि आप इस योजना का लाभ लें और दूसरों की गाड़ी चलाने अथवा दूसरों की दुकान में काम करने की बजाय अपनी गाड़ी का मालिक बने और अपना व्यवसाय करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब गरीब, आदिवासी, दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक बच्चे-बच्चियां भी डॉक्टर , इंजीनियर और अफसर बनेंगे। आर्थिक तंगी के कारण कोई बच्ची पढ़ाई नहीं छोड़े। इसके लिए सावित्रीबाई फूले किशोरी समृद्धि योजना से उन्हें जोड़ा गया है। विदेश में उच्च शिक्षा के लिए शत- प्रतिशत स्कॉलरशिप देने की भी योजना सरकार ने शुरू की है। युवाओं को प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी को लेकर मेडिकल, इंजीनियरिंग, लॉ और जर्नलिज्म जैसे कोर्सेज को करने के लिए सरकार आर्थिक सहायता दे रही है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 348.1 करोड़ रुपये की 452 योजनाओं की सौगात पूर्वी सिंहभूम को दी। इसमें 53.28 करोड़ रुपये की 100 योजनाओं का उद्घाटन और 294.82 करोड़ रुपये की 352 योजनाओं की नींव रखी गई। मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के 02 लाख 26 हजार 85 लाभुकों के बीच 204.11 करोड़ रुपये की परिसंपत्तियां बांटी।