बेगूसराय। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने एक दिवसीय बेगूसराय प्रवास के दौरान प्रबुद्ध जनों के साथ बैठक कर हिन्दू समाज को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने बैठक में उपस्थित बुद्धिजीवियों से सनातन धर्म को आगे बढ़ाने के लिए एकजुट होने की अपील किया।
होटल जेम्स के सभागार में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए मिलिंद परांडे ने कहा कि अपने धर्म संस्कृति को जानें। अपने हिंदू धर्म-संस्कृति का अपमान नहीं करें, इसमें अधिक से अधिक लोगों को जोड़ें। आज धर्मांतरण और लव जिहाद तेजी से बढ़ रहा है। ईसाई मशीनरी सिर्फ हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराने के लिए लगातार अभियान चला रही है। इसके प्रति सभी हिंदू समाज को सतर्क होना होगा, सतर्क करना होगा।
उन्होंने कहा कि देश में करीब छह लाख गांव हैं, जिसमें से एक लाख 35 हजार गांव तक हम पहुंच गए हैं। इन सभी गांव में रामोत्सव मनाना, प्रभु श्रीराम के आदर्शों को अपनाने के लिए हिंदू समाज को जागृत करना हमारा लक्ष्य है। इन सभी हिचिंतक गांव के बाद देश के सभी गांव में पहुंचकर हिंदू समाज में फैला अंधियारा भगाना है, उनके बीच ज्ञान की ज्योति जलाना जलना है।
हिंदुओं का धर्मांतरण कराया जा रहा है, लेकिन इसके साथ ही धर्म बदल चुके जो लोग इससे होने वाली हानि को समझ रहे हैं, वह पुनः: हिंदू धर्म में वापस लौट रहे हैं। कुछ दिन पहले ही किशनगंज में धर्म बदल मुस्लिम बन चुके करीब तीन सौ लोग हिंदू धर्म अपना चुके हैं। राजस्थान में मुस्लिम बन चुके करीब डेढ़ लाख राजपूत फिर हिन्दू धर्म में वापस आ चुके हैं। सभी लोग अपने धर्म संस्कृति रक्षा के लिए आएं।
उन्होंने बैठक में उपस्थित चिकित्सक, अधिवक्ता, शिक्षाविद, व्यवसायी, बुद्धिजीवी, छात्र, युवा और संगठन से जुड़े लोगों से अपील किया कि हिन्दू राष्ट्र हिंदुस्तान में हिन्दू को आगे बढ़ाने तथा उन्हें एकजुट करने के लिए सभी लोग अपने-अपने तरीके से काम करें। समाज के पिछड़े लोगों को सहयोग करें, उन्हें जागृत करें।
बैठक में प्रख्यात हार्ट सर्जन डॉ. धीरज शांडिल्य, शिक्षाविद अशोक कुमार अमर एवं शिव प्रकाश भारद्वाज, व्यवसायी और सांसद प्रतिनिधि शम्भू कुमार, डॉ. शशि भूषण प्रसाद शर्मा, प्रो. संजय गौतम, डॉ. कांति मोहन, डॉ. धीरज कुमार, अधिवक्ता सुदर्शन सिंह, राजकिशोर सिंह, निरंजन कुमार सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। इसके अलावा संगठन के वित्त एवं जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।