बारूद से बच्चे झुलसने के आरोप को परिजनों ने बताया बेबुनियाद

बारूद से बच्चे झुलसने के आरोप को परिजनों ने बताया बेबुनियाद

Barkatha : 18 फरवरी के शाम में कोनहारा कला के तीन बच्चों के झुलसने की बात को पीड़ित और परिजनों ने बेबुनियाद बताया। पीड़ित और परिजन के परिजन के मुताबिक 18 फरवरी को बच्चे ठंड के कारण पेड़ों के पत्ते जला रहे थे इसी बीच आग धधक उठा जिसमें 14 वर्षीय सुल्तान अंसारी पिता सहादत अंसारी 15 वर्षीय मिन्हाज अंसारी पिता मुमताज अंसारी और 14 वर्षीय फिरोज अंसारी पिता जाहिद अंसारी झुलस गए, जिसे आनन-फानन में परिजनों ने बच्चों को इलाज के लिए हजारीबाग अस्पताल ले गये। वहीं दूसरी ओर विधायक अमित कुमार यादव ने पत्रकारों को एक वीडियो रिलीज कर कहा कि आज ग्रामीणों से जानकारी मिली कि पत्थर खदान के पास एक्सप्लोसिव का दुरुपयोग किया जाता है। बगैर विस्फोटक मानक तय के उसको जैसे तैसे छोड़ दिया जाता है।

इस वजह से पांच बच्चे झुलस गए। सभी बच्चे गंभीर स्थिति में है। एक बच्चा उसी हालत में एंबुलेंस से मैट्रिक की परीक्षा देने पहुंचा। जबकि एक बच्चा रिम्स में जीवन और मौत से जूझ रहा है। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद प्रशासन ने अभी तक संज्ञान नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि डीएमओ से जानना चाहते हैं कि माइनिंग एक्ट के तहत विस्फोटक पदार्थ के क्या मापदंड हैं। उसकी सुरक्षा के क्या व्यवस्था है। कब माइनिंग विस्फोट किया जाना है। अमित यादव ने आगे कहा है कि अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं होती है तो बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है। कहा कि इस मामले में जो भी दोषी हो वह चाहे लीजधारी, खदान मालिक चाहे एक्सप्लोसिव मालिक हो जांच कर उसपर कार्रवाई होनी चाहिए।

बरकट्ठा दक्षिणी पंचायत के मुखिया मो अब्बास अंसारी ने 20 फरवरी को एसपी और थानाप्रभारी को एक आवेदन पत्र देकर बारूद विस्फोट से बच्चों के झुलसने का मामला बताकर जांच की मांग की है। आवेदन पत्र में उन्होंने कहा है कि कोनहारा कला गांव के कुछ दूरी पर पत्थर खदान संचालित है। जहां तहां विस्फोटक पदार्थ को छोड़ दिया जाता है। बच्चे खेलने के क्रम में आग लगा दिया। इससे विस्फोट हो गया। आवेदन में मुखिया ने यह भी कहा है कि पीड़ित परिवार को खदान पट्टाधारक द्वारा धमकी दी गई कि बारूद विस्फोट की बात नहीं कहना है। उल्टे फंस जाएगा। थानाप्रभारी गौतम उरांव ने बताया कि पीड़ित पक्षों का बयान लिया गया है। पीड़ित पक्षों ने अपने बयान में बताया कि बच्चों ने ठंड के कारण शाम में पेड़ों के पत्तों को आग तापने के लिए जलाया। उसमें तेज हवा के कारण एक बच्चा आग के चपेट में आ गया। उसे बचाने में और दो बच्चे झुलस गए।

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