हाइड्रोजन इंजन निर्माण से विकास को मिलेगी गति

रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हाइड्रोजन इंजन निर्माण परियोजना के लिए टाटा मोटर्स एवं टाटा कमिंस के संयुक्त उपक्रम तथा झारखंड सरकार के बीच एमओयू होना निश्चित रूप से झारखंड के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है। ईश्वर ने इस राज्य को विभिन्न प्रकार की खनिज संपदाओं से आच्छादित किया है। यही कारण है कि झारखंड में कई छोटे-बड़े उद्योगों के साथ बड़े-बड़े तकनीकी उद्योग भी स्थापित हुए हैं। हाइड्रोजन इंजन निर्माण परियोजना निश्चित रूप से राज्य के विकास को गति देगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को झारखंड मंत्रालय के सभागार में टीसीपीएल ग्रीन एनर्जी सॉल्यूशन प्रा. लिमिटेड (टाटा मोटर्स लिमिटेड और टाटा कमिंस लिमिटेड का संयुक्त उपक्रम) के साथ उद्योग विभाग, झारखंड सरकार के बीच हाइड्रोजन इंजन निर्माण से संबंधित नई परियोजना के लिए एमओयू हस्ताक्षर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

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 झारखंड को अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाकर खड़ा करना लक्ष्य

मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो झारखंड देश के पिछड़े राज्यों में शामिल है। हमारा राज्य पिछड़े राज्यों की लाइन में क्यों खड़ा है, मैं इसका मुकम्मल हल नहीं ढूंढ पाया हूं, लेकिन हल ढूंढने के लिए निरंतर प्रयासरत हूं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार झारखंड के युवा पीढ़ी की सोच के अनुरूप, यहां की जन भावनाओं के अनुरूप विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखकर एक बेहतर कार्य योजना बनाते हुए राज्य को आगे बढ़ने का काम कर रही है। सीएम ने कहा कि परियोजना के शुरूआती दौर में हाइड्रोजन इंजन का इस्तेमाल सिर्फ हैवी व्हीकल में किया जायेगा लेकिन धीरे-धीरे इसके दायरे बढ़ेंगे तथा छोटे वाहनों में भी हाइड्रोजन इंजन इस्तेमाल करने की परिकल्पना को पूरा किया जा सकेगा।

जलवायु परिवर्तन देश और दुनिया के लिए तेजी से चुनौती बनकर उभर रहा

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में देश और दुनिया के लिए जलवायु परिवर्तन तेजी से चुनौती बनकर उभर रहा है। इस दिशा में हमारी सरकार एक बेहतर कार्य योजना बनाते हुए जन सहभागिता के साथ कई क्षेत्रों में सकारात्मक कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में जलवायु परिवर्तन का घातक असर दिख रहा है। इसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। कहीं बेमौसम बरसात तो कहीं सुखाड़, कहीं बाढ़, विचित्र स्थिति बनी पड़ी है। प्रकृति के साथ समन्वय स्थापित कर विकास के पथ पर आगे बढ़ने की जरूरत है।

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