हुनर होगा तो आपकी बाजार में डिमांड होगी: हेमंत सोरेन

रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज जमाना तकनीक का है। बदलते वक्त के साथ तकनीक भी बदल रही है। ऐसे में हर इंसान को हुनरमंद होना होगा। यदि आपके पास हुनर होगा तो बाजार में आपकी डिमांड भी होगी और रोजगार के बेहतर विकल्प और अवसर भी मिलेंगे, वरना जमाने से आप काफी पीछे रह जाएंगे। ऐसे में आप अपने हुनर को निखारें और अपनी जिंदगी का अहम हिस्सा बनाएं।

मुख्यमंत्री ने शनिवार को रांची के आर्यभट्ट सभागार में में मुख्यमंत्री सारथी योजना के अंतर्गत बिरसा योजना एवं रोजगार प्रोत्साहन भत्ता तथा परिवहन भत्ता वितरण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए ये बातें कही। उन्होंने कहा कि कौशल विकास से जीवन में बदलाव के साथ ऊर्जा का संचार होता है एवं सकारात्मक सोच के साथ कार्य करने की शक्ति मिलती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने यहां के ग्रामीण नौजवानों के स्किल डेवलपमेंट के लिए यह योजना शुरू की है । पहले जहां आपको कौशल विकास के प्रशिक्षण के लिए बड़े शहरों का रुख करना पड़ता था वहीं अब आपको अपने प्रखंड में ही खोले जा रहे बिरसा केंद्र में अपनी इच्छा के अनुरूप फील्ड में स्किल डेवलपमेंट का कोर्स निशुल्क कर सकेंगे । इतना ही नहीं आपको रोजगार प्रोत्साहन भत्ता और परिवहन भत्ता भी मिलेगा, ताकि आप अपने हुनर को बेहतर तरीके से निखार सकें।

निजी क्षेत्रों में भी हजारों युवाओं को मिला रोजगार

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज झारखंड में बड़े पैमाने पर नियुक्तियां हो रही हैं। कई विभागों में हजारों पद भरे जा चुके हैं। अनेक पदों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है। अभी 26 हजार शिक्षकों के लिए विज्ञापन निकल चुका है। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्रों में भी अब तक 20 हजार से ज्यादा युवाओं को सरकार के प्रयासों से रोजगार उपलब्ध कराया जा चुका है। हमारा प्रयास हर हाथ को काम देना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बदलते समय के साथ शिक्षित युवाओं में स्वरोजगार के प्रति रुझान तेजी से बढ़ रहा है । पहले जहां वे किसी कंपनी में किसी के अधीन काम करते थे। आज अपना व्यवसाय खड़ा कर चुके हैं और अपने साथ कई नौजवानों को भी रोजगार देने का काम कर रहे हैं। सरकार भी स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार सृजन योजना लागू की है। आप इन योजनाओं से जुड़कर अपने व्यवसाय और आय को बढ़ा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने राज्य के बच्चे-बच्चियों से कहा कि आप अपने पढ़ाई पर ध्यान दें। आपकी पढ़ाई का सारा खर्च सरकार वाहन करेगी।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान बोकारो, चतरा, गढ़वा साहिबगंज और पश्चिमी सिंहभूम जिले के एक-एक प्रखंड में खुलने वाले बिरसा केंद्र में प्रशिक्षण के लिए चयनित युवक-युवतियों से सीधा संवाद किया। इस मौके पर उन्होंने सांकेतिक रूप से 1039 प्रशिक्षणार्थियों के बैंक खाते में रोजगार प्रोत्साहन भत्ता के रूप में 13 लाख 9 हजार 5 सौ रुपये और 2178 प्रशिक्षणार्थियों को 11 लाख 87 हजार 840 रुपये परिवहन भत्ता के रूप में ट्रांसफर किए।

मुख्यमंत्री सारथी योजना के अंतर्गत बिरसा योजना के तहत प्रखंड स्तर पर कौशल विकास का प्रशिक्षण केंद्र खोला जाना है। इस योजना के पहले चरण में अस्सी प्रखंडों में बिरसा केंद्र खोले जा रहे हैं। यहां युवाओं को निशुल्क कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं को एक हजार रुपये रोजगार प्रोत्साहन भत्ता मिलेगा जबकि युवतियों, दिव्यांगों और परलैंगिकों के लिए यह राशि एक हजार पांच सौ रुपये प्रति माह होगी। इसके अलावा गैर आवासीय प्रशिक्षण के प्रशिक्षणार्थियों को एक हजार रुपये प्रतिमाह परिवहन भत्ता भी मिलेगा। प्रशिक्षण के बाद तीन माह के अंदर नियोजन नहीं होने की स्थिति में एक वर्ष तक रोजगार प्रोत्साहन भत्ता भी दिया जाएगा।

इस मौके पर ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता, राज्यसभा सांसद महुआ माजी, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, श्रम विभाग के सचिव राजेश शर्मा, श्रम आयुक्त संजीव कुमार बेसरा, झारखंड कौशल विकास मिशन सोसाइटी के मिशन डायरेक्टर सुनील कुमार, श्रम विभाग के अपर सचिव अमित प्रकाश और पवन कुमार मौजूद थे।

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