Ranchi : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने मंगलवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा पर पलटवार करते हुए कहा कि आज यह लोग सीता सोरेन के लिए घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। जिस समय सीता सोरेन ने सोरेन परिवार के ऊपर उनकी और उनकी बेटियों की उपेक्षा का आरोप लगाया था तो झामुमो चुप रही।
प्रतुल ने कहा कि सीता सोरेन ने आंदोलनकारी पति दुर्गा सोरेन की मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी तो झारखंड मुक्ति मोर्चा को सांप सूंघ गया था। आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। जब सत्ताधारी गठबंधन के प्रथम परिवार के भीतर मां समान बड़ी बहू की अपेक्षा की गई हो तो इनसे आम लोगों के लिए न्याय की उम्मीद की बात सोचना भी बेमानी है। वैसे यदि झारखंड मुक्ति मोर्चा आरोपों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करती है तो उसे अपने ही गठबंधन के विधायक लोबीन हेंब्रम, चमरा लिंडा, अंबा प्रसाद, इरफान अंसारी, दीपिका पांडे सिंह के द्वारा अलग-अलग समय पर सरकार पर लगाए गए गंभीर आरोपों का भी जवाब देना चाहिए।
प्रतुल ने कहा कि लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद सत्ताधारी गठबंधन बदहवास हो गया है। जिस समय 2019 में इन लोगों ने चुनाव जीता था तब इनके पास 48 विधायक थे एवं तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन था। इस लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन 50 सीटों पर आगे रहा जबकि इंडी गठबंधन सिर्फ 29 सीटों पर सिमट गया। इन्हें पता है कि अगले चुनाव में इनका सुपड़ा साफ होने वाला है। इसलिए यह अनर्गल बयान बाजी पर उतर आए हैं।
प्रतुल ने कहा कि भाजपा की समीक्षा बैठक पूरे प्रदेश में चल रही है। अधिकांश जगहों पर कार्यकर्ता सुचारू रूप से फीडबैक दे रहे हैं। सिर्फ देवघर में कुछ बाहरी तत्वों के द्वारा हंगामा करने की सूचना आई थी। यह पूरा मुद्दा प्रदेश नेतृत्व के संज्ञान में है।