Ranchi : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को सदन में कहा कि राज्य की महिलाओं को होली पर्व से पूर्व मंईयां सम्मान योजना की राशि उनके खाते में भेज दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जो कहते हैं उसे पूरा करते हैं। सरकार इस योजना की त्रुटियों को ठीक कर रही है। त्योंहारों से पूर्व राज्य की महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान आएगी, ऐसा सरकार का प्रयास है। इससे संबंधित प्रश्न विधायक मंगल कालिंदी ने सरकार से पूछा था।
फुलो झानो योजना बेहतर तरीके लागू करेगी सरकार
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार फुलो झानो योजना को और भी बेहतर तरीके से लागू करेगी। उन्होंने सदन को बताया कि उनकी सरकार ने राज्य की ऐसी महिलाओं के लिए इस योजना की शुरूआत की थी जो हडि़या दारू बेचकर जीविका चलाती हैं। लेकिन सरकार ने पाया कि जिन महिलाओं को इस योजना से जोड़ा गया वे फिर से हडि़या दारू बेचना शुरू कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड ही नहीं बल्कि देश जहां-जहां आदिवासी समाज रहता है वहां की महिलाएं हडि़या दारू बेचती हैं।
उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज गरीब और उपेक्षित है। महिलाएं मजबूरी में यह काम करती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरूजी का भी प्रयास था कि हडि़या दारू केवल पूजा पाठ तक ही सीमित रहे।
उन्होंने कहा कि फुलो झानो योजना को और बेहतर बनाने के लिए विपक्ष भी सुझाव दे सकता है। इसके पूर्व इस मामले को उठाते हुए सूचना के रूप में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल ने कहा कि सड़क पर हडि़या दारू बेंचा जाता है। उन्होंने सरकार से इस पर रोक लगाने की मांग की।