रांची। कैश कांड में कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप से मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी) ने लगभग नौ घंटे तक पूछताछ की। बाहर निकलने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि ईडी ने एक-एक बिंदु पर पूछताछ की। उन्होंने कहा कि 29 जुलाई 2022 से लेकर विस्तृत पूछताछ की गई। हमने आईडी के समक्ष अपना पक्ष रख दिया है। उन्होंने बताया कि बिना दबाव के सवाल पूछे गए और हमने जवाब दिया। विधायक ने कहा कि ईडी फिर से बुलाएगी तो फिर मैं आकर उनको सपोर्ट करूंगा। हमारे साथी विधायक ने हमें फंसाया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पूछताछ के दौरान विधायक राजेश कच्छप ने ईडी को बताया कि वो साड़ी खरीदने के लिए कोलकाता गए थे। बरामद किए गए रुपयों में उनका भी रुपया था। राजेश कच्छप से जब ईडी ने रुपये के श्रोत के बारे में जानकारी मांगी तो उन्होंने ईडी से संबंधित कागजात उपलब्ध कराने के लिए समय की मांग की। सरकार गिराने की साजिश में शामिल होने से भी इंकार किया। उन्होंने कहा कि साड़ी खरीदने के लिए हम तीन विधायक कोलकाता गए थे । जब्त पैसे तीनों विधायक के थे।
राजेश रांची के खिजरी विधानसभा से विधायक हैं। उनपर आरोप है की वे हेमंत सोरेन की सरकार को गिराने की साजिश में शामिल थे।
इससे पहले जनवरी महीने में ही राजेश कच्छप को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर राजेश पूछताछ का सामना करने के लिए ईडी के ऑफिस नहीं पहुंचे थे। इसके बाद ईडी ने उन्हें दूसरा समन जारी कर सात फरवरी को ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय बुलाया था। उल्लेखनीय है कि 30 जुलाई 2022 को कांग्रेस के तीन विधायक एक साथ 48 लाख नकदी के साथ पकड़े गए थे। तब अरगोड़ा थाने में बेरमो विधायक अनूप सिंह ने जीरो एफआईआर दर्ज कराई थी। इसी आधार पर इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप को बंगाल पुलिस ने जेल भेज दिया था। अनूप सिंह ने आरोप लगाया था कि विधायकों ने उन्हें 10 करोड़ रुपये देने का प्रलोभन दिया था। साथ ही कांग्रेस का साथ छोड़ने पर स्वास्थ्य मंत्री का पद देने की बात कही थी।