चार बच्चों की मां प्रेमी संग फंदे पर लटकी

बाड़मेर। चौहटन उपखंड के विष्णुनगर सोमाणियों की ढाणी में चार बच्चों की मां को 19 साल के युवक से प्यार हो गया। दोनों ने साथ रहने के लिए शादी नहीं कर पाने की वजह से सुसाइड का प्लान बना लिया। इससे पहले दोनों ने बाजार से खरीदारी की। फिर, युवक के घर से 150 मीटर दूर पेड़ से रस्सी से दो अलग-अलग फंदे बनाकर सुसाइड करने के लिए पेड़ पर चढ़े। दोनों गले में फंदा डालकर कूदे। विवाहिता की मौत हो गई, पर युवक बच गया। फंदे से बचा युवक भागकर टांके में कूदने जा रहा था। मौके पर खड़े लोगों ने देखकर रोक दिया। युवक को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस पूरे मामले की जांच करने के साथ यह भी जांच कर रही है कि युवक ने फांसी का फंदा गले में डाला था या फिर डरकर भाग गया था।

चौहटन थानाधिकारी भुटाराम ने बताया कि युवक वीरमाराम (19) पुत्र सुरताराम विष्णु नगर चौहटन आगोर का रहने वाला है। बीते तीन चार दिनों से घर में अकेला ही रह रहा था। वहीं, पूरोदेवी (30) पत्नी रुपाराम बामणोर गांव की रहने वाली है। उसका पीहर धोरीमन्ना उपखंड के लूखु गांव में है। पूरोदेवी शनिवार को दोपहर के समय ससुराल से सामान लाने का कह कर निकली थी। ससुराल से चौहटन पहुंच गई। वहां युवक वीरमाराम मिल गया। चौहटन कस्बे में खरीदारी कर दोनों युवक के घर विष्णु नगर चले गए। शनिवार की रात दोनों ने साथ बिताई। युवक से पूछताछ में सामने आया कि दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खाई। साथ में सुसाइड करने की प्लानिंग कर घर से करीब डेढ़ सौ मीटर दूर सोमाणियों की ढाणी गांव में खेजड़ी के पेड़ पर चढ़कर रस्सी से दो फांसी के फंदे बनाए। दोनों फंदा डालकर कूदे, लेकिन महिला की मौत हो गई। वहीं, युवक फंदे से निकलने से बच गया। फिर डर के मारे वहां से भाग गया। बताया जा रहा है कि युवक टांके में कूदने जा रहा था लेकिन लोगों ने उसे बचा लिया। युवक को पुलिस ने पकड़ लिया है।

रविवार को पुलिस को सूचना मिलने पर घटना स्थल पर पहुंची। परिजनों को सूचना दी। महिला के पीहर व ससुराल दोनों को बुलाया गया। महिला के शव को चौहटन हॉस्पिटल क मोर्चरी में रखवाया गया। परिजनों की ओर से रिपोर्ट मिलने पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। महिला की शादी करीब 10-11 साल पहले हुई थी। इसके चार बच्चे है। इसमें सबसे बड़ी संतान 11 साल की है और 7 वीं क्लास में पढ़ती है। महिला का ससुराल धोरीमन्ना के बामणोर गांव में है। वहीं पीहर लूखु गांव में है। जबकि, युवक इकलौता बेटा है। घर में पिता व युवक वीरमाराम ही रहते थे। पिता तीन-चार दिन पहले बाड़मेर हॉस्पिटल डॉक्टर को चैक करवाने के लिए आए। वहां से फिर अपने रिश्तेदारों के वहां मांगता चले गए थे। सुसाइड के दौरान युवक घर पर अकेला ही था।

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