पशुपतिनाथ मंदिर में नववर्ष का स्वागत

पशुपतिनाथ मंदिर में नव वर्ष का स्वागत

Ranchi: बिरसा कृषि विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्राचीन पशुपतिनाथ मंदिर में रविवार को सुबह भारतीय नव वर्ष विक्रम संवत् 2082 के अवसर पर भगवान भास्कर को दीप अर्पण एवं भजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रसिद्ध गायिका श्रुति देशमुख एवं मंडली द्वारा भगवान शिव, गणेश, मां दुर्गा एवं प्रभु श्रीराम को समर्पित दो घंटे का भजन प्रस्तुत किया जाएगा। कार्यक्रम का समापन भारत माता की आरती के साथ हुआ जिसमें बड़ी संख्या में माताओं, बहनों, बुजुर्गों, युवाओं और बच्चों ने भाग लिया। भजन मंडली में उत्तम देशमुख, कविता ओझा, उदय देशमुख एवं अभ्यंकर साहू शामिल थे।

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध चार्टर्ड अकाउंटेंट एवं चिन्तक विनोद कुमार गढ्यान ने कहा कि वर्ष प्रतिपदा साल का सर्वोत्तम दिन है जिस दिन से कोई भी शुभ कार्य प्रारंभ किया जा सकता है। आज प्रकृति यौवन पर होती है, प्रसन्न रहती है तथा वातावरण में ताजगी, सुगंध, सकारात्मकता एवं प्रकाश का फैलाव रहता है। ऋषियों ने हमारे शरीर, मन और बुद्धि को संतुलित कर जीवन को प्रखर मार्ग पर ले जाने के उद्देश्य से विक्रम संवत की शुरुआत की थी। सम्राट विक्रमादित्य ने आक्रमणकारी शकों को पूरी तरह भारत भूमि से खदेड़कर परास्त किया था। इस स्मृति में विक्रम संवत की शुरुआत हुई।

श्री गढ्यान ने कहा कि भगवान ब्रह्मा ने इसी दिन सृष्टि की रचना प्रारंभ की थी इसलिए यह केवल भारत का नहीं, बल्कि पूरी सृष्टि का नव वर्ष है। इसी दिन भगवान राम और युधिष्ठिर का राज्याभिषेक, आर्य समाज की स्थापना तथा संघ संस्थापक डॉ केशव बलिराम हेडगेवार का जन्म हुआ था। वासंती नवरात्र का प्रारंभ भी इसी दिन होता है। महाराष्ट्र, कर्नाटक आदि कई राज्यों में यह पर्व विभिन्न नाम से मनाया जाता है।

कार्यक्रम में मंदिर समिति के उपाध्यक्ष रविंद्र कुमार अग्रवाल, संगीता विजया, भारती कुमारी, डॉ विनोद गुप्त, सीता देवी, डॉ अरविंद साहू, जयप्रकाश प्रसाद, गिरिजानंदन शर्मा, वेणु सरकार, आलोक कुमार, सम्पति दास, कुन्दन कुमार सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

admin: