Ranchi : नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्ट्डी एंड रिसर्च इन लॉ रांची ने वरिष्ठ नागरिकों के अधिकार, उनके लिए चलने वाली योजना और कानूनी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक दिवसीय जागरूकता अभियान का आयोजन किया। इस आयोजन को राष्ट्रीय सामाजिक रक्षा संस्थान (सामाजिक न्याय और सशक्तीकरण मंत्रालय, भारत सरकार) ने प्रायोजित किया था। इस कार्यक्रम का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों के समक्ष आने वाली समस्याओं को पहचानना और सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली योजनाओं और कानूनी सहायता के बारे में जागरूकता फैलाना था।
कार्यक्रम की शुरुआत एनयूएसआरएल के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) अशोक आर. पटिल, डॉ जीसु केतन पटनायक ( सहायक रजिस्ट्रार) और अरबिंद साहू ( सहायक प्रोफेसर) और वरिष्ठ नागरिकों ने मिलकर दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम की शुरूआत की।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो डॉ अशोक आर पाटिल ने इस कार्यक्रम के महत्व की चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे विश्वविद्लाय इस तरह के आयोजन से समाज में अपनी भूमिका निभा रहा है। कुलपति ने विश्वविद्लाय के निशुल्क कानूनी शिक्षा के लिए चलाए जा रहे सेंटर का जिक्र किया और यहां मौजूद वरिष्ठ नागरिकों से अनुरोध किया कि आप यहां से जो भी सीख कर जाएं उसे अपने गांव में आसपास के लोगों से साझा करें।
सहायक प्रोफेसर अरविंद साहू ने समाज में बुजुर्गों के महत्व और उनकी भूमिका को स्थापित करने के लिए अपने संबोधन की शुरूआत एक कहानी से की। उन्होंने समाज में उनके साथ हो रही समस्याओं को सामने रखा। कार्यक्रम में सहायक रजिस्ट्रार श्री जीसू केतन पटनायक ने सामाजिक न्याय और सशक्तीकरण मंत्रालय द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम के महत्व का जिक्र किया। उन्होंने कहा, हमें वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं के बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करनी चाहिए और उसे दूर करने के उपायों पर विचार करना चाहिए।
बैंक ऑफ इंडिया के एनयूएसआरएल कैंपस की ब्रांच मैनेजर श्रीमती रितू कुमारी ने पेंशन से संबंधित मुद्दों, आधार लिंकिंग की महत्ता और धोखाधड़ी से बचाव के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
मनोविज्ञान के शिक्षक आशीष सिसवाल ने सवाल जवाब के जरिए उनकी मौजूदा परिस्थिति समझने और उनकी कमियों को दूर करने के लिए एक सत्र का आयोजन किया। सुमंतो सेन ने प्रज्ञा केंद्र में चल रही योजनाओं की जानकारी दी। यहां मौजूद वरिष्ठ नागरिकों में से कुछ लोगों ने अपने अनुभव भी साझा किए। कार्यक्रम के समापन पर सभी वरिष्ठ नागरिकों को उनके सक्रिय भागीदारी के लिए प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।
इस अवसर पर, ड़ सौम्यजीत मुखोपाध्याय जो इस पूरे आयोजन के को-कनवेनर थे. उन्होंने प्रतिभागी और मौजूद सभी लोगों को धन्यवाद किया, जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।