Ranchi। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने मंगलवार को मारू टावर स्थित मीडिया सेंटर में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) पर हमला बोलते हुए कहा कि झामुमो का हाथ जमीन दलालों के साथ है। उन्होंने मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन से जानना चाहा कि उनकी सरकार, झामुमो पार्टी, जमीन दलाल एवं ट्रांसफर-पोस्टिंग के रैकेट में लगे लोगों के बीच का रिश्ता क्या कहलाता है?
प्रतुल ने कहा कि पीएमएलए कोर्ट में दाखिल दस्तावेजों ने स्पष्ट कर दिया है कि झामुमो नेता अंतू तिर्की, सद्दाम हुसैन और अफसर अली समेत तमाम लोगों ने हेमंत सोरेन की 8.86 एकड़ जमीन के फर्जी कागजात तैयार किए थे। साथ ही इन अभियुक्तों ने यह भी स्वीकार किया है कि वे ट्रांसफर-पोस्टिंग और जमीन के फर्जीवाड़ा का बहुत बड़ा रैकेट चलाते हैं।
प्रतुल ने कहा कि जमीन घोटाला अरबों रुपये का हो सकता है। उन्होंने कहा कि झामुमो के महासचिव सुप्रिया भट्टाचार्य और अंतू तिर्की के बीच व्हाट्सएप चैट से बहुत चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। इस चैट से स्पष्ट है कि अंतू तिर्की जो जमीन की गोरखधंधे में लिप्त था, वह सुप्रियो भट्टाचार्य से डीसीएलआर, खूंटी के पद पर कार्यरत प्रवीण मुंडा की पोस्टिंग रांची में जिला लैंड एक्विजिशन अफसर के रूप में करने की पैरवी कर रहा था। दलालों को यह भी पता था कि फाइल सीएम हाउस तक पहुंच गई है।
प्रतुल ने कहा कि सीएम हाउस के भीतर की बातें कैसे लीक हो गईं और सुप्रियो भट्टाचार्य ने अंतू तिर्की के द्वारा इस बात को बताने पर एफआईआर क्यों नहीं किया? क्या यह ऑफिसियल सीक्रेट एक्ट एवं गोपनीयता का उल्लंघन नहीं है? प्रतुल ने कहा कि दस्तावेजों से स्पष्ट है कि कमीशन लेकर अंतू तिर्की अफसरों की ट्रांसफर-पोस्टिंग कराता था। उन्होंने कहा कि झामुमो को महिला मोर्चा, युवा मोर्चा की तर्ज पर एक ‘ट्रांसफर पोस्टिंग मोर्चा’ भी खोल लेना चाहिए।
प्रतुल ने कहा कि जमीन के गोरखधंधे से जुड़े दलाल तक फाइल की जानकारी पहुंचना दिखाता है कि या तो सीएमओ भी मिला हुआ था या फिर इन दलालों की सीएमओ तक पकड़ थी। उन्होंने कहा कि सुप्रिया भट्टाचार्य ने गलतबयानी करके हेमंत सोरेन का कई बार बचाव किया। नवीनतम बचाव था जब हेमंत सोरेन के दिल्ली वाले घर से 36 लाख रुपये बरामद गए थे।