राजेश ठाकुर ने भाजपा के मेनिफेस्टो को संविधान बदलो दस्तावेज बताया

Ranchi। भाजपा के संकल्प पत्र को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने “संविधान बदलो पत्र” का नाम दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा का यह संकल्प पत्र एक छलावे के समान है यह जनता के हितों के लिए संकल्प पत्र नहीं बल्कि देश के संविधान को बदलने के लिए भाजपा द्वारा लिया गये संकल्प का दस्तावेज है।

ठाकुर ने रविवार को कहा कि प्रपंच और प्रोपेगेंडा भाजपा की चुनावी रणनीति का एक हिस्सा है जो वह पिछले 10 सालों से जनता के साथ करते आ रही हैं। लेकिन जनता इस बार उनके छलावे और बहकावे में नहीं आने वाली है। भगवान बिरसा मुंडा का नाम लेकर प्रधानमंत्री मोदी एक बार फिर से आदिवासी समुदाय को ठगने की कोशिश कर रहे हैं। सबसे पहले उन्हें यह बताना चाहिए कि भगवान बिरसा मुंडा के पदचिन्हो पर चलने वाले आदिवासी समुदाय के सरना धर्म कोड की मांगों के बारे में अभी तक क्या कार्रवाई हुई है। जबकि झारखंड की महागठबंधन सरकार ने सरना धर्म कोड लागू करने का विधेयक भी पास करके केंद्र सरकार के पास भेज दिया है। आदिवासी समुदाय से आने वाले झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को झूठे मुकदमों में फंसा कर जेल भेजने वाले प्रधानमंत्री को आदिवासी समुदाय के हितों की बात करना शोभा नहीं देता है।

उन्होंने कहा कि देश की जनता के हितों के लिए भाजपा कितनी सजग है यह इससे पता चलता है कि उनके इस पूरे घोषणा पत्र मे जुमलेबाजी के सभी शब्द शामिल है लेकिन जनता “महंगाई और बेरोजगारी” के जिन मूलभूत समस्याओं से जूझ रही है । वही शब्द इस घोषणा पत्र में नहीं है। झूठ के ऐसे पुलिंदे पत्र को देश का युवा,किसान,महिला सहित समाज के सभी अन्य वर्ग पूरी गंभीरता से परखेंगे। इसमें ना ही रोजगार की,ना ही किसानों की, ना ही महिलाओं के अधिकार की उनकी सुरक्षा की, ना ही गरीबी रेखा से नीचे बसर करने वाले जनता को आर्थिक रूप से संपन्न बनाने की बात की गई है।

 

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