लखनऊ। अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख घोषित होने के बाद श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट तैयारियों को अंतिमरूप देने में जुट गया है। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान देशभर के लोग अयोध्या आयेंगे। इसलिए बाहर से आने वाले रामभक्तों के आवास व भोजन की व्यवस्था ट्रस्ट की ओर से किया जायेगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से अयोध्या में 25 हजार अतिथियों के ठहरने की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए अयोध्या में तीन स्थानों पर टेंट सिटी बनाई जा रही है। वहीं अयोध्या के विभिन्न होटलों में वीवीआईपी को ठहराने के लिए तीन हजार कमरे बुक कर दिये गये हैं।
कारेसवा जैसा होगा रामभक्तों का स्वागत
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान श्रीराम जन्मभूमि परिसर के अंदर 10 हजार लोग मौजूद रहेंगे। शेष लोग बाहर रहेंगे। इसके बाद प्रतिदिन बड़ी संख्या में रामभक्त रामलला का दर्शन करने अयोध्या आयेंगे। इस दौरान अयोध्या आने वाले रामभक्तों का स्वागत कारसेवा के दौरान मिलने वाले स्वागत व सहयोग जैसा होगा। अतिथियों की व्यवस्था में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक हजार से अधिक कार्यकर्ता लगेंगे।
लखनऊ, प्रयागराज, काशी व गोण्डा में खुलेंगे सहायता केन्द्र
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अगले तीन महीने तक देश के विभिन्न भागों से बड़ी संख्या में रामभक्त आयोध्या आयेंगे। इसलिए रामभक्तों को अयोध्या पहुंचने में कोई असुविधा न हो इसके लिए संघ परिवार लखनऊ, गोण्डा, प्रयागराज और काशी में सहायता केन्द्र खोलेगा। इन स्थानों पर पहुंचने के बाद वहां पर तैनात कार्यकर्ता रामभक्तों को अयोध्या पहुंचने व वापस जाने में सहयोग करेंगे।
अयोध्या में 20 स्थानों पर चलेंगे भण्डारे
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी 2024 से अगले दो महीने तक अयोध्या के विभिन्न स्थानों पर बड़े भोजनालय चलेंगें। इन स्थानों पर लोगों को नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराया जायेगा। इसके लिए बड़े भोजनालयों का संचालन करने वाली संस्थाओं से सम्पर्क साधा जा रहा है।
15 स्थानों पर खुलेंगे अस्थाई चिकित्सालय
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने वाले श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने की दृष्टि से अयोध्या के 15 स्थानों पर अस्थाई चिकित्सालय खोले जायेंगे। इन स्थानों पर सरकारी चिकित्सकों के अलावा नेशनल मेडिकोज आर्गनाईजेशन से जुड़े चिकित्सक भी अपना समय देंगे। समय देने वाले चिकित्सकों की सूची बनाई जा रही है।