Ranchi : रिम्स निदेशक प्रो (डॉ) राज कुमार ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए रिम्स निदेशक का पद्भार संभालने के पश्चात चार महीनों में लिये गये विभिन्न प्रशासनिक एवं अन्य फैसलों के विषय में जानकारी दी। डॉ. राज कुमार ने बताया कि रिम्स में डॉक्टर, नर्स से लेकर प्रशासनिक स्टाफ की कमी के बावजूद रिम्स में व्यवस्था को सुधारने के लिए कदम उठाये जा रहे हैं। निदेशक ने कहा – मरीजों को बेहतर सुविधा देना प्राथमिकता है, इमरजेंसी को दुरुस्त करना और अतिक्रमण हटाना जरुरी है।
ट्रामा सेंटर के पास अतिक्रमण की वजह से एम्बुलेंस को काफी समय लग जाता है, इसलिए रिम्स परिसर व रिम्स की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करना अतिमहत्वपूर्ण है। मरीजों को सभी दवाएं उपलब्ध हो, जांच की व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए प्रबंधन प्रयासरत है। रिम्स में ऐसी प्रणाली विकसित की जा रही है जहां सब कुछ सुव्यवस्थित हो। उन्होंने कहा कि सरकारी व्यवस्था में फाइलों के द्वारा कार्य होता है जिसमें समय लगता है, लेकिन वर्तमान में किये जा रहे कार्यों के परिणाम अगले 6-8 महीने में दिखेंगे।
डॉ. राजकुमार ने बताया कि रिम्स कार्यकारिणी समिति में कई महत्वपूर्ण फैसले लिये गये हैं जिन्हें शासी परिषद् के समक्ष पारित कराने के लिए प्रस्तुत किया जायेगा। 9 जुलाई को रिम्स शासी परिषद् की बैठक होगी। उन्होंने कहा कि आचार संहिता की वजह से कई महत्वपूर्ण निर्णयों का निष्पादन नहीं हो पाया है। साथ ही शासी परिषद् की बैठक एक साल से नहीं होने के कारण कई अहम फैसले लंबित है। 9 जुलाई को शासी परिषद् की बैठक के लिए लगभग 35 कार्यसूची तैयार की गयी है उम्मीद है बैठक में निर्णय पश्चात लंबित कार्यों में गति आयेगी। उन्होंने कहा कि मरीजों के साथ-साथ डॉक्टरों की समस्याओं की भी जानकारी है, इसलिए इन समस्याओं के निदान के लिए उन्होंने सरकार में उच्च अधिकारियों से मुलाकात कर उन्हें इस संबंध में अवगत कराया है।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि रिम्स के नये कैंपस के निर्माण के लिए कई दौर की बैठक हो चुकी है और टेंडर की प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जायेगी। प्रेस वार्ता में डीन प्रो (डॉ) विद्यापति, छात्र अनुभाग प्रभारी सह एनाटोमी विभागाध्यक्ष प्रो (डॉ) अशोक दुबे, चिकित्सा अधीक्षक प्रो (डॉ) हीरेन्द्र बिरुआ, सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रो (डॉ) शीतल मलुआ, शिशु चिकित्सा विभागाध्यक्ष प्रो (डॉ) राजीव मिश्रा, उपाधीक्षक डॉ. शैलेश त्रिपाठी, जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. राजीव रंजन और साल्विया शार्ली भी मौजूद थीं।