Ranchi : भाजपा के वरिष्ठ नेता, स्वैच्छिक सेवा निवृत आईपीएस अधिकारी डॉ अरुण उरांव ने राज्य सरकार पर बड़ा निशाना साधा। वे गुरुवार को प्रदेश कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य के कई वरीय पदाधिकारी आज भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। ईडी ने पर्याप्त प्रमाण एवं सबूतों के साथ सरकार को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि झारखंड को हमारे पुरखों ने खून पसीना से सींचा है।यह राज्य पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की देन है लेकिन आज जिस प्रकार से वर्तमान राज्य सरकार ने इसे भ्रष्टाचार में आकंठ डूबा दिया है उससे चिंता होती है। उन्होंने कहा कि जिन पदाधिकारियों की जिम्मेवारी राज्य को सजाने और संवारने की थी वे आज लूट भ्रष्टाचार में शामिल हो चुके हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है। इन बातों से दुखी होकर उन्होंने राज्य के सबसे बड़े पदाधिकारी मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। ब्यूरोक्रेसी राज्य की स्टील फ्रेम होती है लेकिन आज उसमें ही जंग लग गया है। राज्य को दीमक की तरह ये ब्यूरोक्रेसी खाने में जुटी है।
उन्होंंने कहा कि राज्य के कई ऐसे शीर्ष पदाधिकारियों के नाम अखबारों में आए भी हैं। करेक्ट एंड स्टिक की पॉलिसी अपनाई जानी चाहिए। जो ईमानदार हैं, काम करते हैं उन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए और जो भ्रष्ट हैं उन्हें उचित दंड भी मिलना चाहिए लेकिन यहां ऐसा नहीं हो रहा। आरोपित अधिकारियों के खिलाफ ईडी ने परिश्रम कर के साक्ष्य इकट्ठे किए और राज्य सरकार को शेयर किया है, जिस पर शीघ्र कार्रवाई की जिम्मेवारी सरकार की बनती है। बावजूद इसके सरकार चुप्पी साधे बैठी है।
उन्होंने कहा कि इससे राज्य का बड़ा नुकसान हो रहा। साथ ही भ्रष्ट अधिकारियों और उनके मातहत लोगो का मन भी बढ़ रहा। आज राज्य में काम करने वाले ईमानदार और विकास चाहने वाले अधिकारी हाशिए पर हैं। राज्य सरकार को अलग अलग विभागों में प्रभावी पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति करनी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं होते देख अच्छे पदाधिकारी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए।