अयोध्या। राम नगरी के सभी 6 हाईवे पर पत्थरों से प्रवेश द्वार बनेंगे, शासन ने सभी प्रवेश द्वारों के नाम तय कर दिए हैं। सभी नाम रामायण कालीन ही रखें गए हैं।
लखनऊ हाईवे पर बनने वाले प्रवेश द्वार का नाम श्रीराम द्वार होगा। गोरखपुर हाईवे पर बस्ती में बनने वाले प्रवेश द्वार पर का नाम हनुमान द्वार होगा। प्रयागराज हाईवे पर बनने वाले प्रवेश द्वार का नाम भरत द्वार होगा।
अंबेडकरनगर मार्ग पर बनने वाले प्रवेश द्वार का नाम जटायु द्वार होगा। रायबरेली हाईवे पर बनने वाले प्रवेश द्वार का नाम गरुण द्वार होगा। गोंडा मार्ग पर बनने वाले प्रवेश द्वार का नाम लक्ष्मण द्वार होगा।
सभी प्रवेश द्वार के पास यात्री सुविधाएं उपलब्ध होंगी। प्रवेश द्वार बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है जिसमें रायबरेली मार्ग पर बनने वाले प्रवेश द्वार के लिए पांच बैनामें और अंबेडकरनगर मार्ग पर बनने वाले प्रवेश द्वार के लिए 6 किसानों से सहमति बनी है।
जन्मभूमि पथ- भक्ति पथ व राम पथ के बाद प्रवेश के सभी छह रास्तों पर प्रवेश द्वार निर्माण की तैयारी शुरू हो गयी है। प्रवेश द्वारों की डिजाइन सिक्स लेन, फोर लेन और टू लेन मार्गों को ध्यान में रख कर तैयार की जा रही है। ये द्वार शिलाओं से निर्मित होंगे। इन शिलाओं की खासियत राममंदिर में प्रयुक्त होने वाले पत्थरों की तरह होगी।
प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप रामनगरी को आध्यात्मिक नगरी के रूप में विकसित किए जाने की रूपरेखा तैयार की जा रही है। इसी क्रम में रामनगरी की सीमा पर छह भव्य प्रवेश द्वारों का निर्माण प्रस्तावित है। इनकी डिजाइन तैयार कराई जा रही है। फिलहाल निर्माण से पहले भूमि अधिग्रहण के लिए किसानों से सहमति बन गयी है।