रांची। झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन मंगलवार को ध्वनिमत से 8111.77 करोड़ का द्वितीय अनुपूरक बजट पारित हो गया। हालांकि, इस दौरान भाजपा विधायक सदन में अनुपस्थित थे। उन्होंने दो बजे सत्र शुरू होने से पूर्व ही बहिर्गमन कर दिया था। विधायक लंबोदर महतो के कटौती प्रस्ताव को दरकिनार कर दिया गया। इसके बाद सदन की कार्यवाही बुधवार पूर्वाह्न 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
अनुपूरक बजट की जरूरतों को वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने सदन में रखा। उन्होंने कहा कि लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए इसकी अनिवार्यता है। अभी झारखंड उन राज्यों में है जिसने राजकोषीय घाटा कम करने में सफलता हासिल की है। सरकार हर बेघर को आवास देने को अबुआ आवास स्कीम लेकर आयी है। बच्चियों के लिए सावित्री बाई फुले योजना उपयोगी साबित हो रही है। महिलाओं, लड़कियों की सामाजिक स्थिति से भी किसी समाज की पहचान होती है। रामेश्वर उरांव ने सदन को आश्वस्त करते कहा कि द्वितीय अनुपूरक बजट से राज्य की वित्तीय स्थिति पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा।