अलवर। वर्तमान में सुदखोरी इस कदर बढ़ रही है कि लोग अब सूद पर ली गई रकम को चुकाने में समर्थ नहीं होते तो मौत को गले लगाना पड़ रहा है। अलवर के सदर थाना क्षेत्र स्थित ग्राम नाहरपुर में ऐसा ही एक मामला सामने आया। जहां नाहरपुर गांव निवासी 28 वर्षीय ईमामू ने कर्ज से तंग आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
मृतक के भाई जावेद ने बताया कि ईमामू एक फाइनेंस कंपनी में रिकवरी का कार्य करता था। वही उसने घर में भैंस खरीदने के लिए खानपुर मेवान निवासी जाहुल खान से ब्याज पर 35000 रुपये लिए थे। रुपए लिए एक साल ही हुआ था कि उसका ब्याज इस कदर लगाया गया कि रकम चार लाख से भी अधिक हो गई। रुपए देने वाले व्यक्ति द्वारा बार-बार फोन पर उसे कर्ज नहीं देने पर धमकी दी जा रही थी । जिससे तंग आकर उसने घर पर अपनी पत्नी को खेत पर भेज दिया। पीछे से घर में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर गई। जिसका बुधवार को सदर थाना पुलिस द्वारा सामान्य चिकित्सालय में पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने मृतक के शव को परिजनों को सौंप दिया। मृतक ईमामू के तीन बच्चे हैं जो बहुत छोटे हैं। मृतक के घर पर कमाने वाला अब कोई नहीं रहा। ऐसे में परिवार जनों ने खानपुर मेवान निवासी जाहुल पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया है। मामले में पुलिस जाँच कर रही है ।