ब्रिटेन के साइंस म्यूजियम में ‘द अडाणी ग्रीन एनर्जी गैलरी’, टिकाऊ भविष्य को करेगा प्रदर्शित

New Delhi। अडाणी समूह के संस्थापक और अध्यक्ष गौतम अडाणी ने शुक्रवार को ब्रिटेन के साइंस म्यूजियम के साथ साझेदारी में नई ‘एनर्जी रिवॉल्यूशन : द अडाणी ग्रीन एनर्जी गैलरी’ की शुरुआत पर खुशी जाहिर की। गौतम अडाणी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि यह गैलरी नवीकरणीय ऊर्जा द्वारा संचालित हरित और टिकाऊ भविष्य की वैज्ञानिक दृष्टि को प्रदर्शित करेगी। अडाणी समूह के अध्यक्ष ने कहा कि लंदन में साइंस म्यूजियम के साथ साझेदारी में नई एनर्जी रिवॉल्यूशन : द अडाणी ग्रीन एनर्जी गैलरी’ को वास्तविकता बनते देखकर खुशी हुई।

गौतम अडाणी ने कहा कि यह ऐतिहासिक गैलरी नवीकरणीय ऊर्जा और न्यून-कार्बन प्रौद्योगिकियों द्वारा संचालित टिकाऊ भविष्य की वैज्ञानिक दृष्टि को प्रदर्शित करेगी।

साइंस म्यूजियम की स्थापना 1857 में बेनेट वुडक्रॉफ्ट ने द रॉयल सोसाइटी ऑफ आर्ट्स के संग्रहों के साथ की थी। यह लंदन के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक है। यह साइंस म्यूजियम ग्रुप के पांच संग्रहालयों में से एक है।

द अडाणी ग्रीन एनर्जी गैलरी की घोषणा ऐसे समय में की गई है जब भारत नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में एक नई इबारत लिख रहा है। तेज विकास के अगले चरण के लिए मंच तैयार करने के लिए अडाणी समूह ने अगले वित्त वर्ष (2024-25) में अपनी कंपनियों के पोर्टफोलियो में लगभग 14 अरब डॉलर (करीब 1.2 लाख करोड़ रुपये) के निवेश का लक्ष्य रखा है। पूंजीगत व्यय का 70 प्रतिशत से अधिक हिस्सा नवीकरणीय ऊर्जा जैसे हरित पोर्टफोलियो में निवेश किये जाने की संभावना है और बाकी का उपयोग विश्व स्तरीय हवाई अड्डों जैसे प्रमुख बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए किया जाएगा।
गौतम अडाणी पहले ही कह चुके हैं कि वह अगले 10 साल में देश को हरित ऊर्जा की तरफ ले जाने में अनुमानित 100 अरब डॉलर का निवेश करेंगे, जिसमें 2027 तक सौर विनिर्माण क्षमता को 10 गीगावॉट तक बढ़ाने की योजना है।

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