East Singhbhum। मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार राज्य में बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं को सुदृढ़ कर रही है। जब राज्य में बुनियादी व्यवस्थाएं मजबूत और सक्रिय होगी तभी स्मार्ट गांव बनाने की परिकल्पना पूरी होगी। मुख्यमंत्री शुक्रवार को चाकुलिया में महाविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में झारखंड देश के अग्रणी राज्यों में शुमार हो, इस उद्देश्य के साथ उनकी सरकार योजनाओं को धरातल पर उतारने का कार्य कर रही है। राज्य में आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार अभियान चलाकर घर-घर तक योजनाओं को पहुंचाया गया है। झारखंड देश में पहला ऐसा राज्य है, जहां सर्वजन पेंशन योजना लागू की गई है। अब राज्य में सभी वर्ग समुदाय की महिलाओं को 50 वर्ष का उम्र पूरा होने के साथ ही पेंशन योजना से जोड़ा जा रहा है।
आप सभी डिग्री महाविद्यालय के शिलान्यास समारोह के हैं गवाह
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज यहां आप सभी लोग कोल्हान विश्वविद्यालय चाईबासा अंतर्गत पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया में स्थापित होने वाले डिग्री महाविद्यालय के शिलान्यास कार्यक्रम का गवाह बन रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि इस डिग्री महाविद्यालय के बन जाने से यहां के युवा वर्ग को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए जमशेदपुर या किसी अन्य शहर में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड धनी प्रदेश के रूप में जाना जाता है लेकिन यहां के आदिवासी तथा मूलवासियों को व्यवस्थाओं से दूर रखा गया था। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राज्य के भीतर सभी जरूरतमंद तक रोटी, कपड़ा और मकान उपलब्ध करा रही है। यहां के आदिवासी-मूलवासी सहित सभी वर्ग समुदाय का उत्थान राज्य सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने उपस्थित सभी लोगों से राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के प्रति जागरूक रहने की अपील की।
शिक्षा व्यवस्था में सुधार राज्य सरकार का ध्येय
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार राज्य के सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों की मदद के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं संचालित कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त के नेतृत्व में राज्य के भीतर 80 उत्कृष्ट विद्यालयों का शुभारंभ किया जा चुका है। आने वाले कुछ महीनों में और 325 मॉडल विद्यालय निजी विद्यालयों के तर्ज पर अपग्रेड किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार की सोच है कि अब गरीब, किसान, मजदूर वर्ग के बच्चे भी निजी विद्यालयों के अनुरूप राज्य सरकार द्वारा संचालित मॉडल स्कूलों में क्वालिटी एजुकेशन प्राप्त कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब गांव- घर में ही बेहतर शिक्षा के लिए स्कूलों को मॉडल स्कूल के तौर पर विस्तारित किया जाएगा तभी बच्चे उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर होंगे। उनकी सरकार स्कूलों में अध्ययनरत 8 लाख से ज्यादा छात्राओं को सावित्रीबाई फुले समृद्धि योजना से जोड़ने का कार्य किया गया है। इस योजना के तहत अध्ययनरत बच्चियों को आर्थिक रूप से मदद दी जा रही है।
विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए मिल रही मदद
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में गरीब, किसान, मजदूर के बच्चे जैसे ही मैट्रिक की परीक्षा पास करते हैं, उनके परिजन उन्हें पढ़ाई छोड़कर मजदूरी या प्राइवेट संस्थानों में काम करने के लिए कहते हैं। इस स्थिति को बदलने के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित है। उनकी सरकार उच्च शिक्षा के लिए यहां के विद्यार्थियों को गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना से आच्छादित कर रही है। इस योजना के तहत बिना कोई गारंटी के 15 लाख रुपए तक का एजुकेशन ऋण विद्यार्थियों को उपलब्ध कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब राज्य के आदिवासी-मूलवासी सहित सभी वर्ग समुदाय के बच्चे भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, सरकारी अफसर बन सकें, इस निमित्त उनकी सरकार प्रतिबद्धता के साथ योजनाओं का लाभ विद्यार्थियों तक पहुंचा रही है। उन्होंने कहा कि झारखंड के किसान भाई-बंधु वर्ष में तीन उपज कर सके इस निमित्त हर खेत में पाइप लाइन के जरिए पानी पहुंचाने का कार्य उनकी सरकार कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छोटे-बड़े सभी किसान आत्मनिर्भर बन सकें, इसके लिए जरूरी है कि उनके खेतों तक साल के 12 महीने पानी पहुंचाई जाए।
धार्मिक स्थलों को कर रहे हैं संरक्षित
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की कला-संस्कृति और परंपरा को संरक्षित करने का कार्य उनकी सरकार कर रही है। सभी वर्ग-समुदायों के धार्मिक स्थलों को संरक्षित करने के साथ इन स्थलों का जीर्णोद्धार भी किया जा रहा है।