इंडी गठबंधन का वजूद खतरे में, डूबती नाव से भाग रहे लोग : बाबूलाल मरांडी

इंडी गठबंधन का वजूद खतरे में, डूबती नाव से भाग रहे लोग : बाबूलाल मरांडी

Ranchi। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने आज कहा कि झारखंड में इंडी गठबंधन का वजूद खतरे में है। डूबती नाव से लोग भाग रहे हैं। मरांडी भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह कार्यक्रम में बोल रहे थे।

मरांडी ने कहा कि भाजपा अभी प्रदेश में संघर्ष कर रही है और सत्तारूढ़ दल को छोड़कर भाजपा में शामिल होकर इस संघर्ष का साथी बनना एक बड़ी बात है। आप लोगों के योगदान से केवल सरायकेला और जमशेदपुर ही नहीं बल्कि पूरे झारखंड में पार्टी को ताकत और बल मिलेगा। साथ ही इससे राज्य में एक अच्छा संदेश भी जाएगा। आप सभी का यह कदम स्वागत योग्य है। संघर्ष के साथियों का भाजपा में स्वागत है।

इंडी गठबंधन का वजूद खतरे में, डूबती नाव से भाग रहे लोग : बाबूलाल मरांडी

उन्होंने कहा कि आज झारखंड प्रदेश की जो हालत है, वह किसी से छुपी हुई नहीं है। झारखंड सरकार हर मोर्चे पर विफल है। राज्य सरकार ने राज्य के युवा, किसान, महिला, आदिवासी, दलित और पिछड़ा यानि सभी वर्ग को ठगने का काम किया है। वर्तमान झारखंड सरकार के पाप का घड़ा पूरी तरह भर चुका है। यह सरकार बस अब कुछ दिनों की मेहमान है। विधानसभा चुनाव अब काफी नजदीक है। हम सबों को मिलकर इस वर्तमान भ्रष्ट और निक्कमी सरकार को यहां से हटाना बहुत जरूरी है।

मरांडी ने कहा कि आज प्रदेश की कानून व्यवस्था की क्या हालत है, यह बताने की जरूरत नहीं है। चोरी, डकैती, हत्या और अपहरण चरम पर है। बहू बेटियों की इज्जत भी सुरक्षित नहीं है। जब तक किसी भी प्रदेश की कानून व्यवस्था ठीक नहीं होगी, भय का वातावरण जब तक समाप्त नहीं होगा, तब तक कोई भी प्रदेश प्रगति नहीं कर सकता है। आज झारखंड की यही स्थिति है। इस स्थिति में बाहर के निवेशकों की तो छोड़िए, जो घर के संपन्न लोग होंगे, वह भी जंगलराज से तंग होकर राज्य छोड़ने को मजबूर होंगे। संयुक्त बिहार के दिनों में इस इलाके की स्थिति को अगर याद कीजिए तो कैसे लोग अपना यहां घर और खेती-बाड़ी छोड़कर पलायन करने लगे थे। आज भी प्रदेश की कमोबेश कुछ वैसी ही स्थिति है। बिहार से अलग होने पर भाजपा के नेतृत्व में जब यहां सरकार बनी और सुशासन एवं विकास प्रारंभ हुआ, तब लोग वापस अपने घर की ओर लौटने लगे। आज व्यापारियों से फोन पर रंगदारी मांगी जा रही है। रंगदारी नहीं देने पर गोलीबारी की जा रही है। कहने का तात्पर्य है कि पूरे राज्य में भय का वातावरण है। युवाओं को नौकरी के नाम पर कैसे कैसे छला गया, यह किसी से छुपा नहीं है। इसलिए राज्य हित में इस सरकार का जाना ही एकमात्र समाधान है।

मरांडी ने 23 अगस्त को राज्यव्यापी युवा आक्रोश रैली में मिलन समारोह में पार्टी का दामन थामने वालों सहित राज्य के युवाओं व लोगों से अधिक से अधिक भागीदारी का आह्वान किया। उन्हाेंने कहा कि सभी के सहयोग से 2024 के विधानसभा चुनाव में इस सरकार को उखाड़ फेंकना है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र कुमार राय ने कहा कि राज्य सरकार से जनता हर हाल में मुक्ति पाना चाहती है। वह घड़ी नजदीक आ चुकी है। इस दौरान पूर्व विधायक अरविंद कुमार सिंह उर्फ मलखान सिंह और गणेश महली भी उपस्थित थे।

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