इंडी गठबंधन की रैली में देश और विकास विरोधियों का होगा जमावड़ा : बाबूलाल मरांडी

Ranchi। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इंडी गठबंधन पर जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि रांची में इंडी गठबंधन की ओर से आयोजित रैली में देश विरोधी, सनातन विरोधी, झारखंड विरोधी, विकास विरोधी लोगों का जमावड़ा हो रहा है। इसमें वही लोग शामिल हो रहे हैं, जिन्होंने झारखंड को बेचने और खरीदने का काम किया है।

मरांडी शनिवार को पार्टी के मीडिया सेंटर में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रैली शामिल होने वाले लोग सत्ता में आने पर सारा समय लूटने में लगाते हैं। हेमंत सोरेन चार साल सरकार में रहे। आज वे जेल में हैं। जैसे जैसी करनी वैसी भरनी वाली कहावत उनपर पर चरितार्थ हो रही है। सत्ता मिलने के बाद नदी, बालू, पहाड़ तक नहीं छोड़ा। राजमहल के पहाड़ को खोद दिया।

मरांडी ने कहा कि राजमहल में 1000 करोड़ के पत्थर का अवैध खनन हुआ है। ईडी ने इसका उल्लेख अपने चार्जशीट में किया है। बालू, कोयला पत्थर की लूट की। जमीन में फर्जीवाड़ा का उसको बेचने का काम किया। सेना की जमीन को भी नहीं छोड़ा। आदिवासी जमीन का फर्जी कागजात बनाकर उसे बेचा। इस कार्य को सरकार का संरक्षण मिलता रहा। अब धीरे-धीरे ईडी ऐसा करने वाले सभी लोगों को जेल में डाल रही है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि झारखंड की जनता सब जानती है। जनभावना का सम्मान नहीं करने और हर तरह से जनता को लूटने वालों का जमावड़ा रैली में हो रहा है। ऐसे लोगों पर जनता कैसे विश्वास करेंगी। मरांडी ने कहा कि ये वही लोग हैं, जो आतंकी हमले को भगवा आतंकवाद कहते हैं। देश के जवान के आतंकियों की गोली से मारे जाने पर राजनीति करते हैं। ‘जी’ लगाकर आतंकवादियों को सम्मान देते हैं। भारत के जवान के जवाबी कार्रवाई करने पर सबूत मानते हैं। देश को कमजोर करने का लगातार प्रयास करते हैं। ऐसे ही लोगों का जुटान रैली में हो रहा है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 1962 में देश का बड़ा हिस्सा चीन को कांग्रेस सरकार ने दे दिया था। मोदी सरकार देश की एक-एक जमीन के लिए जान लगा रही है। किसी की भी हिम्मत नहीं है, जो देश का एक इंच भी जमीन कब्जा कर ले। गलवान घाटी और पूर्वोत्तर के क्षेत्र में यह नजारा देश की जनता देख चुकी है। उन्होंने कहा कि पहले डिफेंस के क्षेत्र में हम सिर्फ आयात करते थे। आज निर्यात कर रहे हैं।

मरांडी ने कहा कि 2004 में अटल की सरकार जाने के बाद कांग्रेस सत्ता में आई। तब देश की अर्थव्यवस्था 11 स्थान पर थी। मनमोहन सरकार के कार्यकाल में सुपर पीएम सोनिया गांधी थी। स्थिति यह रही देश की अर्थव्यवस्था मात्र एक पायदान ऊपर आई यानी 11 में से 10वें नंबर पर आई। मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल में भारत की अर्थव्यवस्था में बड़ी छलांग लगाकर पांचवें स्थान पर पहुंच गई। मोदी सरकार के तीसरे टर्म में देश की अर्थव्यवस्था तीसरे स्थान पर आ जाएगी।

admin: