Ranchi : विश्व किडनी दिवस पर पारस हॉस्पिटल एचइसी के नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. अशोक कुमार वैद्य ने कहा कि हर साल मार्च माह के दूसरे गुरुवार को किडनी दिवस मनाया जाता है। इस साल किडनी दिवस 13 मार्च को मनाया जा रहा है। इस बार विश्व किडनी दिवस 2025 की थीम है, “क्या आपकी किडनी ठीक है? समय रहते पता लगाएं, किडनी के स्वास्थ्य की रक्षा करें”। यह किडनी की गंभीर बीमारी से पहले उसे पहचानने के लिए किडनी जांच की अहमियत पर जोर देता है।
डॉ. वैद्य ने बताया कि किडनी पूरे शरीर के रासायनिक संतुलन को बनाए रखने का काम करती है और यह शरीर के विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने में मदद करती है। झारखंड में किडनी से संबंधित बीमारियों में निरंतर वृद्धि हो रही है, और ऐसे में लोगों को जागरूक रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि किडनी के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए शुगर और बीपी को नियंत्रित करना बेहद जरूरी है, साथ ही भरपूर पानी पीना चाहिए। बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी दवा का सेवन, विशेषकर पेन किलर्स का सेवन, से बचना चाहिए। जंक फूड से दूर रहना और प्रतिदिन 2 से 2.5 किलोमीटर पैदल चलना चाहिए। इसके अलावा, नियमित रूप से एक्सरसाइज और खान-पान पर ध्यान देना चाहिए।
डॉ. वैद्य ने यह भी कहा कि 30 साल से ऊपर की उम्र के लोगों को हर साल एक बार किडनी की जांच जरूर करवानी चाहिए, खासकर यदि घर में शुगर, बीपी या किडनी से संबंधित कोई बीमारी हो। अगर शरीर में सूजन या फूलने जैसी समस्या हो तो यह भी किडनी की बीमारी का संकेत हो सकता है, जिससे किडनी की जांच जरूरी हो जाती है। विश्व किडनी दिवस का उद्देश्य लोगों को किडनी के महत्व और उसके स्वास्थ्य की देखभाल के बारे में जागरूक करना है, क्योंकि किडनी से जुड़ी कोई भी समस्या समय रहते पहचानकर उसका इलाज कराया जा सकता है। पारस हॉस्पिटल के जोनल हेड श्रीकांत सुबुद्धि ने बताया कि पारस हॉस्पिटल में डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध है, और यहां हर महीने 1800 से अधिक मरीजों का डायलिसिस किया जा रहा है, जिससे किडनी रोगियों को काफी राहत मिल रही है। पारस हॉस्पिटल एचईसी के मार्केटिंग हेड मानस लाभ ने बताया कि एचईसी और आसपास के इलाकों के किडनी रोगी अब बिना दूर गए पारस हॉस्पिटल में डायलिसिस की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। यहां किडनी से संबंधित सभी रोगों का इलाज अनुभवी एवं प्रख्यात डॉक्टरों द्वारा किया जा रहा है।