रैंप हटाने की मांग को लेकर 21 को मशाल जुलूस, 22 को रांची बंद

रैंप हटाने की मांग को लेकर 21 को मशाल जुलूस, 22 को रांची बंद

Ranchi : केन्द्रीय सरना स्थल सिरम टोली बचाओ मोर्चा के तत्वावधान में विभिन्न आदिवासी संगठनों ने गुरुवार को करम टोली धुमकुड़िया में पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान सामाजिक अगुवाओं ने कहा कि झारखंड सरकार आदिवासियों को आन्दोलन करने पर विवश कर रही है। जय आदिवासी केन्द्रीय परिषद की केन्द्रीय अध्यक्ष निरंजना हेरेंज टोप्पो ने कहा कि आज संथाल के आदिवासियों का धार्मिक स्थल मरांग बुरु है। इस पर जैन धर्मावलंबियों का कब्जा हो गया है।

आदिवासी युवा अगुवा राहुल तिर्की ने कहा कि आदिवासियों के पद्मश्री डॉ रामदयाल मुंडा और बाबा कार्तिक उरांव सरहुल महोत्सव सह शोभायात्रा का समाप्त करने की कोशिश की जा रही है। अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के राष्ट्रीय युवा उपाध्यक्ष पवन तिर्की ने कहा कि सरहुल महोत्सव सह शोभायात्रा हमारे पुरखों की देन है। आदिवासी मूलवासी मंच के केन्द्रीय अध्यक्ष सूरज टोप्पो ने कहा कि फ्लाईओवर के रैंप को सरना स्थल के सामने से नहीं हटाती है तो आदिवासी समाज फ्लाईओवर को कभी कम्पलीट करने नहीं देंगे और ना ही उद्घाटन करने देंगे। चाहे इसके लिए न्यायालय का रूख क्यों ना करना पड़े।

आदिवासी जन परिषद की उपाध्यक्ष कुन्दरसी मुंडा ने कहा कि आदिवासी परंपरा को समूचित नष्ट करने की साज़िश की जा रही है। राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा रांची महानगर अध्यक्ष चम्पा कुजूर ने 21 मार्च को दोपहर 3 बजे जयपाल सिंह मुंडा स्टेडियम के पास सभी आदिवासी एकजुट होंगे। 22 मार्च को सुबह छह बजे सड़क पर उतर कर चौक चौराहों में चक्का जाम किया जाएगा। आवश्यक सेवाओं एंबुलेंस, अस्पताल, दवा दुकान और मरीजों को बंद से मुक्त रखा जाएगा।

मौके पर सुशीला कच्छप, बबलू मुंडा, स्मिथ तिर्की, आकाश तिर्की, विजय कच्छप, रवि मुंडा, सुरेन्द्र लिंडा, विक्की लोहरा, अमित मुंडा, संगीता कच्छप, शनि हेमरोम, नवीन तिर्की, रंजित उरांव, अनिल किस्पोट्टा, प्रदीप कुजूर, छोटू कुजूर सहित अन्य मौजूद थे।

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