Kolkata। चुनावी चंदे (इलेक्टोरल बॉन्ड) को लेकर सर्वोच्च न्यायालय की सख्ती के बाद इसे लेकर नित नए तथ्य सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस को राज्य में सबसे अधिक चुनावी चंदा मिलने की जानकारी सामने आ रही है।
इलेक्शन बॉन्ड की जानकारी से पता चलता है कि अप्रैल 2019 से जनवरी 2024 तक चुनावी बॉन्ड से पैसा पाने की सूची में तृणमूल कांग्रेस दूसरे स्थान पर रही है। आंकड़े बताते हैं कि 2021 के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद तृणमूल के फंड में चुनावी बॉन्ड से मिलने वाली रकम में भारी बढ़ोतरी हुई है।
चुनाव आयोग द्वारा दी गई गणना के मुताबिक, इस बांड से बीजेपी के बाद तृणमूल की आय 1609 करोड़ 53 लाख रुपये है। केंद्र में सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली कांग्रेस भी तृणमूल के पीछे है। इनकी आय 1421 करोड़ 85 लाख रुपये है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर-नवंबर 2020 से जनवरी 2021 तक चुनावी बॉन्ड से तृणमूल को 43.4 करोड़ रुपये की कमाई हुई। राज्य में मार्च 2021 के आखिरी हिस्से से विधानसभा चुनाव शुरू हो गए थे। अप्रैल में उस मतदान सत्र के दौरान ही तृणमूल ने चुनावी बांड से 55.44 करोड़ रुपये की आय अर्जित की। मई में चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद तृणमूल राज्य में तीसरी बार सत्ता में आई और जुलाई तक यानी सत्ता में आने के महज दो माह के भीतर चुनावी बांड से तृणमूल को 107 करोड़ 56 लाख रुपये की आय हुई।