वाईबीएन विश्वविद्यालय में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ समापन

Ranchi : झारखंड के प्रसिद्ध निजी विश्वविद्यालय में से एक वाईबीएन विश्वविद्यालय के आर्ट्स एंड हुमानिटीज संकाय ने 2 और 3 फरवरी को दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजन का आज समापन हुआ। दो दिवसीय सम्मेलन की शुरूआत डॉ. रश्मि और जाह्नवी सौम्या के स्वागत भाषण से हुई। तत्पश्चात दीप प्रज्वलन के साथ एवं पुष्प गुच्छ देकर अतिथियों को सम्मानित किया गया ’ इस सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि डॉ. स्नेहल परमार स्पांसर निस्वार्थ चिल्ड्रेन फाउंडेशन यूएसए अमेरिका व इंडिया हेड और सीईओ थे। इस दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में इनका बहुमूल्य योगदान रहा। दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का टॉपिक वैश्विक संदर्भ में बहुविषयक अनुसंधान: नैतिकता, चुनौतियाँ और अवसर” है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय परिसर चेयरमैन रामजी यादव सहित दिग दिगंतर के विद्वत जनों, शिक्षाविद्धो, गुणी  शोधाथीर्यों का साक्षी बना।

कार्यक्रम के उद्?घाटन संबोधन में विश्वविद्यालय कुलपति (प्रभार) प्रो० डॉ नरेश कुमार गुप्ता ने सभी महानुभावों का आभार प्रकट करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा निती के सापेक्ष में बहुआयामी प्रयास के तहत अनुसंधान एवं नवाचार को प्राथमिकता देने की बात रखी। इस अंतरराष्ट्रीय कन्फ्रेस में डॉ ए के मिश्रा रजिस्ट्रार उषा मार्टिन यूनिवर्सिटी, डॉ वीसी महतो पीजी हेड इंग्लिश रांची यूनिवर्सिटी, कर्नल डॉ राजेश कुमार रजिस्ट्रार झारखंड रक्षा शक्ति यूनिवर्सिटी, डॉ सुनीता यादव एचओडी हिंदी महिला कॉलेज रांची, डॉ सत्य मंडल रजिस्ट्रार आईआईआईटी रांची, डॉ सुमित रक्षा शक्ति, डॉ पलवी उषा मार्टिन ने प्रतिनिधी के रूप में अपना बहुमूल्य व्याख्या तथा शोध अनुभवो को साझा किया।

आज दूसरे दिन एक पुस्तक का विमोचन भी हुआ जिसका नाम प्रेम : शाश्वत सत्य और इस बुक के राइटर डॉ संजय कुमार सह डॉ कुमारी लक्ष्मी जोशी है। सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि डॉ. स्नेहल परमार,डॉ. कुमारी लक्ष्मी जोशी, त्रिभुवन विश्वविद्यालय, काठमांडू, नेपाल, डॉ. फिरदौस अहमद, कैलिफोर्निया, अमेरिका, डॉ. बदरिया सालेह अल रहबी, ओमान, डॉ. डी.के.पाण्डेय, वाराणसी ऑनलाइन, डॉ राजकुमारी सिन्हा, रांची और प्रो.(डॉ.) अशोक सिंह, कुलपति, संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय, सरगुजा, अंबिकापुर छत्तीसगढ़ , डॉ अजय लकड़ा दुपटी रजिस्ट्रार रांची यूनिवर्सिटी ने अपने बहुमूल्य व्याख्या तथा शोध अनुभवो को साझा किया। इस अवसर पर कंफ्रेस संयोजक डॉ आरती गुप्ता ने कहा कि बहु-विषयक अनुसंधान के क्षेत्र में पिछले कुछ दशकों में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए हैं, विशेषकर वैश्वीकरण के संदर्भ में। समाजों, संस्कृतियों और अर्थव्यवस्थाओं के बढ़ते अंतसंर्बंध ने बहु-विषयक अनुसंधान के लिए चुनौतियाँ और अवसर दोनों प्रस्तुत किए हैं। इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में हमारा लक्ष्य वैश्विक संदर्भ में इसका पता लगाना है। समापन समारोह में वाईबीएन विश्वविद्यालय प्रशासन समिति की उपस्थिति के साथ साथ विश्वविद्यालय के सभी अधिकारी, कंफ्रेस संयोजक डॉ आरती गुप्ता, आयोजन सचिव डॉ. सोनिया रानी, आर्ट्स & हुमानिटीज के सभी सदस्य, और शिक्षक एवं छात्र-छात्राए मुख्य रुप से शामिल थे। सचिव डॉ. सोनिया रानी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।

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