रांची। झारखंड में भी कोरोना के बढ़ते संक्रमण ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। ओमिक्रोन वेरिएंट बीएफ.7 की दस्तक से लोग सहमे हुए हैं। अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने जिले के उपायुक्तों को टेस्ट, ट्रैक ट्रीट, वैक्सीनेशन और कोविड अनुकूल व्यवहार पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है। लेकिन सूबे में वैक्सीन की भारी किल्लत है। सदर अस्पताल में वैक्सीनेशन के लिए आने वाले बच्चों को निराश लौटना पड़ा।
रांची के शहरी क्षेत्र में वैक्सीनेशन के लिए तीन केंद्र बनाए गए हैं। इनमें फुटबॉल स्टेडियम मोरहाबादी, शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (रिसलदार नगर) और सदर अस्पताल में वैक्सीनेशन किया गया है। तीनों ही केंद्रों पर कोवैक्सीन की 100-100 डोज उपलब्ध कराई गयी थी। कोविशिल्ड की एक भी डोज उपलब्ध नहीं थी। वहीं कोरबीवैक्स का एक भी डोज केंद्र पर नहीं थी।
रांची के ग्रामीण क्षेत्र में वैक्सीनेशन के लिए कुल 14 केंद्र बनाए गए थे। सभी केंद्रों को मिलाकर कोवैक्सीन की फर्स्ट डोज 860 और सेकेंड डोज 860 कुल 1720 डोज आवंटित किये गए थे। एक भी केंद्र पर 12 से 14 साल के बच्चों को दी जाने वाली कोरबीवैक्स वैक्सीन उपलब्ध नहीं थी और ना ही कोविशिल्ड उपलब्ध थी। ग्रामीण क्षेत्र के अनगड़ा, बेड़ो, बुंडू, बुढ़मू, चान्हो, कांके, सीएचसी लापुंग, सीएचसी मांडर, सीएचसी नामकुम, सीएचसी ओरमांझी, रातू, सिल्ली, सोनाहातू और तमाड़ में भी वैक्सीनेशन केंद्र बनाए गए थे।