Tel Aviv। इजराइल के गोलान हाइट्स पर किए गए मिसाइल हमले में 11 युवाओं की मौत हो गई। हमला एक फुटबॉल मैदान पर किया गया, जहां ये नौजवान फुटबॉल खेलते समय इसकी चपेट में आ गए। यह हमला हिज्बुल्लाह की तरफ से किये जाने का आरोप है। इस खबर के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अपनी अमेरिका यात्रा अधूरी छोड़ कर वापस लौट रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि हमलावर को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
गोलान हाइट्स पर शनिवार शाम एक फुटबॉल मैदान पर हुए मिसाइल हमले में 11 युवाओं की मौत हो गयी और कई अन्य घायल हो गए। इजराइल का दावा है कि हमले के पीछे हिज्बुल्लाह का हाथ है। हिज्बुल्लाह ने हमले की जिम्मेदारी से इनकार किया है। खास बात यह है कि यह हमला दक्षिणी लेबनान पर इजराइली हवाई हमले में हिज्बुल्लाह समूह के तीन सदस्यों के मारे जाने के कुछ घंटों के बाद हुआ है।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू इन दिनों अमेरिकी दौरे पर हैं लेकिन गोलन हाइट्स पर हुए हमले के बाद दौरा बीच में छोड़ कर वापस लौट रहे हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ‘इजराइल इस हमले पर चुप नहीं बैठेगा। हिज्बुल्लाह को इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी और वह कीमत ऐसी होगी, जो हिज्बुल्लाह ने कभी नहीं चुकाई होगी।’
इजराइली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने सोशल मीडिया पर जारी बयान में कहा कि ‘यह हमला हिज्बुल्लाह का असली चेहरा दिखाता है, जो आतंकी संगठन है। उसने शनिवार शाम को फुटबॉल खेल रहे बच्चों को निशाना बनाया और उनकी हत्या की।’
हमले के बाद इजराइल और हिज्बुल्लाह में सीधी जंग छिड़ने की आशंका बनी हुई है। पिछले साल अक्टूबर में इसराइल-गजा युद्ध छिड़ने के बाद इजराइल और हिज्बुल्लाह के बीच लगातार गोलीबारी हो रही है।