रांची। केन्द्रीय सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि सरना कोड को लेकर 25 जनवरी, 2024 को रांची में रैली का आयोजन होगा। केंद्रीय सरना समिति ने यह निर्णय लिया है। इसमें सरना कोड को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो सरना कोड की बात करेगा वहीं देश में राज करेगा। उन्होंने कहा कि अब आदिवासी समझ चुके हैं कि सरना कोड आंदोलन के रास्ते ही प्राप्त होगा।
तिर्की रांची प्रेस क्लब में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। तिर्की ने कहा सरना कोड प्रकृति पूजक आदिवासियों की पहचान और अस्तित्व से जुड़ा मामला है। वर्षों से आदिवासी अपनी पहचान के लिए संघर्षरत हैं। उन्होंने कहा कि 15 नवम्बर को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातु आए थे और उन्होंने धरती आबा को श्रद्धांजलि दी थी। उस समय आदिवासियों को उम्मीद थी की प्रधानमंत्री सरना कोड के बारे में कुछ बोलेंगे लेकिन प्रधानमंत्री सरना कोड पर कुछ नहीं बोले।
उन्होंने कहा कि यहां तक की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी मंच पर सरना कोड की बात नहीं रखी। ना ही केन्द्रीय जनजाति मंत्री अर्जुन मुंडा ने ही सरना कोड को लेकर कुछ भी कहा। इससे भारत के 15 करोड़ आदिवासी ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
इस मौके पर महासचिव संजय तिर्की, गुमला, जिला सरना समिति के अध्यक्ष इंदु भगत, लोहरदगा जिला सरना समिति के अध्यक्ष चैतु उरांव, सचिव यशपाल भगत, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के बाना मुण्डा, विनय उरांव, प्रमोद एक्का, महिला शाखा के अध्यक्ष नीरा टोप्पो सहित कई लोग मौजूद थे।