मुंबई : भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के अग्रणी बैंकों में शामिल बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों और आम जनता के लिए रु. 2 करोड़ एवं अधिक से लेकर रु. 10 करोड़ से कम तक की राशि पर 46 दिनों से 1 वर्ष की परिपक्वता अवधि वाली फिक्स्ड डिपाजिट दरों में वृद्धि की है, जो 1 दिसंबर, 2023 से प्रभावी होगी। बैंक ने छोटी अवधि के लिए अपनी फिक्स्ड डिपाजिट दरों में वृद्धि की है, अर्थात् 46 दिन से 90 दिन की अवधि के लिए 5.25 प्रतिशत, 91 दिन से 179 दिन की अवधि के लिए 6.00 प्रतिशत , 180 दिन से 210 दिन की अवधि के लिए 6.25 प्रतिशत, 211 दिन से 1 वर्ष से कम की अवधि के लिए 6.50 प्रतिशत और 1 वर्ष की अवधि के लिए 7.25 प्रतिशत प्रति वर्ष तक कर दी हैं।
बैंक द्वारा दी जाने वाली ब्याज की वर्तमान दरें प्रतिस्पर्धी हैं, जो एचएनआई, लघु एवं मध्यम कॉर्पोरेट, एनआरआई एवं स्व-रोज़गार में लगे पेशेवरों द्वारा निवेश पर बहुत आकर्षक ब्याज प्रदान करती हैं। 1 नवंबर से लागू करते हुए बैंक पहले से ही 2 साल की अवधि वाली 2 करोड़ रुपये से कम राशि की सभी जमाराशियों पर दरें बढ़ा चुका है। यहां, बैंक 2 साल की अवधि के लिए सुपर वरिष्ठ नागरिकों को 7.90 प्रतिशत, वरिष्ठ नागरिकों को 7.75 प्रतिशत और अन्य को 7.25 प्रतिशत तक की उच्चतम ब्याज दर ऑफर कर रहा है। संशोधित ब्याज दरें घरेलू, एनआरओ और एनआरई मियादी (रु) जमाराशियों पर लागू हैं।