कोलकाता। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और सांसद दिलीप घोष ने टेट आंदोलन को लेकर एक बार फिर पश्चिम बंगाल सरकार की जमकर आलोचना की। टेट उम्मीदवारों के आंदोलन को बुधवार को तीन दिन हो गए। इसपर बुधवार को दिलीप घोष ने कहा कि नियुक्ति के वास्तविक उम्मीदवार अनशन कर रहे है। एक के बाद एक दिन बीतने के साथ-साथ यह मामला और अधिक गंभीर होता जा रहा है।
दरअसल राज्य सरकार के पास नई नौकरियां देने की शक्ति, इच्छाशक्ति या पैसा कुछ भी नहीं है। इन लड़कों और लड़कियों का भविष्य चिंता का विषय है। वे अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं। हम सब उनके साथ हैं। केवल तृणमूल सरकार उनके पक्ष में नहीं है। सरकार इस समस्या का समाधान नहीं करना चाहती है। इस आंदोलन के औचित्य पर सवाल उठाया जा रहा है इस संदर्भ में दिलीप घोष ने टिप्पणी की कि सरकार ने घोषणा की है कि इस बैच को और नौकरी नहीं मिलेगी! उन्होंने लिखित परीक्षा पास कर ली, उन्हें लगा कि सभी को नौकरी मिल जाएगी। लेकिन अब जब सरकार नौकरी नहीं दे पा रहे हैं तो कह रही हैं कि नौकरी नहीं मिलेगी, जो होना था सो हो गया है।
मतदाता सूची प्रकाशित करने पर उन्होंने कहा कि मुझे भी उम्मीद है कि फरवरी में मतदान होगा। सरकार उसी तरफ आगे बढ़ रही है। दरअसल प्रशासन हाथ से निकल रहा है, जिस तरह से नेताओं, मंत्रियों को पकड़ा जा रहा है, जिस तरह से सीबीआई सक्रिय हो रही है, इसलिए तृणमूल कांग्रेस स्थिति बिगड़ने से पहले ही चुनाव करवाना चाहती है।