रांची। भाजपा प्रदेश महामंत्री एवं मुख्यालय प्रभारी डॉ प्रदीप वर्मा ने कहा कि हेमंत सरकार वोट बैंक के लिए तुष्टिकरण की राजनीति को बढ़ावा देने में लगी है। उन्होंने कहा कि जबसे हेमंत सरकार बनी है पूरे प्रदेश में आंतरिक विधि व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती जा रही है। डॉ प्रदीप वर्मा शनिवार को प्रदेश कार्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने हाल में ही पाकुड़ जिले में धर्मांतरण की घटी घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि पाकुड़ जिला में पहाड़िया जनजाति के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं। यहां समुदाय विशेष के लोगों के द्वारा लगातार पहाड़िया बेटियों, पुरुषों को जबरन धर्मांतरण कराने का प्रयास किया जा रहा है। पिछले दिनों पहाड़िया बेटी रुबिका की हत्या भी की जा चुकी है।
पाकुड़ जिला, रामचंद्रपुर के रहने वाले रिनॉय पहाड़िया के साथ हुए वारदात की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले दिनों सायनारा खातून नाम की महिला ने रिनॉय पहाड़िया के साथ योजनाबद्ध तरीके से दोस्ती की और पहाड़िया रीति से शादी का प्रस्ताव दिया। शादी की स्वीकृति के बाद सायनारा खातून ने उसपर धर्मांतरण का दबाव डाला। निकाह के लिए गलत तरीके से दबाव डाला और फिर शपथ पत्र पर हस्ताक्षर भी कराए। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं विरोध करने पर रिनॉय पहाड़िया को जबरन प्रतिबंधित मांस खाने का दबाव डालते हुए मारपीट भी की गई।
उन्होंने कहा कि रिनॉय द्वारा जब थाना में इसकी शिकायत की जाती है तो उसे डांटकर भगा दिया जाता है। इसके बाद रिनॉय एसपी पाकुड़ से शिकायत करते हैं तो आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट है कि धर्मांतरण कराने वाले तत्वों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है। वर्मा ने कहा कि आदिवासी की पहचान अस्तित्व उनके धर्म और संस्कृति से जुड़ा है लेकिन आज राज्य में जबरन धर्मांतरण को रोकने के लिए कठोर कानून के होते हुए भी हेमंत सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती है।